बेनीपट्टी(मधुबनी)। माघ कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को नरक निवारण चतुर्दशी के तौर पर मनाया जाता है। इसको लेकर मुख्यालय के सभी शिवालयों को भक्तों के लिए सजा दिया गया है। मंगलवार से ही मंदिर परिसर सहित अन्य स्थानों की साफ सफाई शुरू कर दी गयी। बेनीपट्टी के हरिहरनाथ महादेव मंदिर, गाण्डीवेश्वर नाथ महादेव मंदिर व बाणेश्वरनाथ महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होती है। पुराण के अनुसार इस दिन भगवान शिव के पूजन को विशेष महत्व दिया गया है। इस तिथि पर शंकर भगवान की पूजा करने से सभी पापों का नाश होता है और मनुष्य को नरक के बंधन से मुक्ति मिलती है। सर्वप्रथम इस दिन पवित्र होकर पंचदेव और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। उसके बाद माता गौड़ी सहित भगवान भोलेनाथ की विशेष रूप से पूजा अर्चना की जाती है। इस दिन भगवान को विभिन्न प्रकार के नैवैध के साथ बेर भी चढ़ाया जाता है। बता दें कि नरक निवारण चतुर्दशी के दिन अधिकांश श्रद्धालुओं द्वारा व्रत भी रखा जाता है। साथ ही शिवालयों में दर्शन तथा पूजा अर्चना के लिये काफी भीड़ उमड़ती है।