बिहार विधानसभा चुनाव जैसे जैसे नजदीक आते जा रहा है, तमाम दलों के संभावित व भावी प्रत्याशी जोर-शोर से अपनी दावेदारी तय करने में लगे हुए हैं. इसी कड़ी में मधुबनी जिले के हरलाखी विधानसभा से महागठबंधन के घटक दल कांग्रेस के नेता शशांक शेखर लगातार हरलाखी क्षेत्र में गतिविधियों में लगे हुए हैं. हालांकि महागठबंधन से हरलाखी में कई उम्मीदवार दावेदारी पेश कर रहे हैं लेकिन शशांक शेखर की मौजूदगी ने बांकी दावेदारों के लिए भी चुनौती पेश कर दी है. महागठबंधन से टिकट की रेस में शशांक शेखर इकलौते ऐसे उम्मीदवार हैं जिनकी उम्र सबसे कम है. मात्र 25 साल की उम्र में शशांक शेखर ने विधायक के टिकट के लिए दावेदारी पेश की है. पिछले कई दिनों से शशांक शेखर लगातार हरलाखी क्षेत्र के गांवों में दौरा कर रहे हैं, इसी कड़ी में रविवार को वह कई गांवों के दौरे पर थे. जिसमें वह जिरौल सहित कई गाँव होते हुए सीपीपी कॉलेज हिसार के शिक्षकों से मिले. इस दौरान शशांक नेता बताया कि वह कांग्रेस व गठबंधन के नेताओं के आदेश पर हरलाखी के विकास का सपना लिए क्षेत्र में डटे हुए हैं.
बिहार सरकार व हरलाखी के विधायक पर सवाल उठाते हुए शशांक शेखर ने कहा कि हरलाखी विधानसभा क्षेत्र प्रति वर्ष बाढ़ और सुखाड़ दोनों से त्रस्त होता है, इलाके में पलायन की समस्या बदस्तूर है. सड़कों की बात की जाय तो हरलाखी की पहचान जिले में सबसे खराब सड़क व्यवस्था के लिए जानी जाती है ऐसे में विधायक को स्वतः मैदान से बाहर चला जाना चाहिए.
बता दें कि हरलाखी सीट से महागठबंधन के सभी घटक दलों के कई दावेदार मैदान में हैं. इसी कड़ी में महागठबंधन में सीपीआई के शामिल होने से स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने यह जिज्ञासा काफी बढ़ी हुई है कि आखिर यह सीट किस पार्टी और किस उम्मीदवार को मिलेगी. जानकारी हो कि हरलाखी सीट से सीपीआई के प्रबल उम्मीदवार और दावेदार राम नरेश पाण्डेय माने जा रहे हैं. हाला में ही राम नरेश पाण्डेय को सीपीआई का राज्य सचिव भी बनाया गया है ऐसे में सबी की निगाहें सीट बंटवारे पर लगी हुई है.