बेनीपट्टी(मधुबनी)। बिहार केमिस्ट्स एंड ड्रगिस्ट्स एसोसिएशन के समर्थन में मधुबनी संघ के तत्वावधान में बेनीपट्टी के दवा दुकानदारों ने बुद्धवार से दुकान बंदी कर दी है। दवा दुकान बंदी के कारण कई मरीजों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ा। हालांकि आन्दोलन के दौरान आपात स्थिति से निपटने के लिए मुख्यालय के बम भोला दवा दुकान को खोला गया है। बावजूद मरीज यत्र-कुत्र भटकते दिखे। जानकारी के अनुसार दवा दुकानदारों के बंदी का प्रभाव सरकारी महकमा में भी देखने को मिला। आन्दोलन के संबंध में अनुमंडल संयोजक दिनेश झा ने बताया कि 22 जनवरी से 24 जनवरी तक सभी खुदरा व थोक दवा दुकानदार दुकान बंद रखेंगे। श्री झा ने कहा कि फार्मासिस्ट समस्या के आड़ में दवा दुकानदारों का शोषण हो रहा है। इसका समाधान होना आवश्यक है। दवा दुकान का निरीक्षण फार्म-35 के अनुसार होना चाहिए। निरीक्षण के दौरान तकनिकी भूल को सुधार करने का समय दिया जाये। राज्य के दवा दुकानों में विभागीय निरीक्षण में एकरुपता होना चाहिए। अनुज्ञप्ति के नवीकरण में केन्द्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के आलोक में राज्य औषधि नियंत्रक द्वारा चालान जमा करने में एक स्पष्ट दिशा निर्देश जारी हो। वहीं श्री झा ने कहा कि विभागीय निरीक्षण का उद्ेश्य सुधार होना चाहिए न कि उत्पीड़न व शोषण। श्री झा ने कहा कि इस सब मांग को लेकर तीन दिनों तक दुकान बंद रहेगी। इसके बावजूद अगर सरकार के द्वारा मांग पर यथोचित निर्णय नहीं लिया गया तो अगला आन्दोलन अनिश्चितकालीन होगा।