बेनीपट्टी(मधुबनी)। राजद पंचायती राज प्रकोष्ठ के तत्वावधान में राजद नेताओं ने प्रखंड सह अंचल कार्यालय परिसर में नौ सूत्री मांग को लेकर धरना दिया। धरना की अध्यक्षता प्रखंड अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने किया। वहीं संचालन पूर्व राजद अध्यक्ष विजय कुमार यादव ने किया। धरना को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक रामाशीष यादव ने कहा कि पूरे उत्तर बिहार को केन्द्र व राज्य सरकार भगवान भरोसे छोड़ दिया है। बाढ़-सुखाड़ जैसी समस्याओं से इस क्षेत्र के किसान तंगहाली में जी रहे है। मजदूरों का भारी पैमाने पर दूसरे प्रदेश में पलायन हो रहा है। डबल इंजन की सरकार में बाढ़ पीड़ितों को उसके हाल पर छोड़ दिया है। बाढ़ राहत के नाम पर खानापूर्ति की गयी है। जिसका राजद हमेशा विरोध करेगा। उन्होंने कहा कि बाढ़ से बचाव के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर बांध की मरम्मत की जाती है, लेकिन वहीं बांध कुछ ही वर्षों में ध्वस्त हो जाती है। सरकारी राशि का बंदरबांट किया जाता है। वर्ष-2017 के बाढ में ध्वस्त सड़कों का निर्माण कार्य प्रारंभ ही हुआ था, कुछ जगहों पर हो चुका था। लेकिन इस वर्ष आये बाढ़ में सभी सड़के क्षतिग्रस्त हो गयी। वहीं पूर्व विधायक ने सरकार के बाढ़ पूर्व तैयारी पर भी चुटकी लेते हुए कहा कि तैयारी सिर्फ कागजों पर होती है। धरातल पर होती तो लोगों की परेशानी वैसे ही कम होती। उन्होंने आम जनता व किसानों के हक के लिए आन्दोलन किए जाने की बात कहते हुए कहा कि सरकार को यथाशीघ्र बाढ़-सुखाड़ का निदान करना चाहिए। उन्होंने बाढ-सुखाड़ को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने, बाढ़ पीड़ितों के लिए घर की व्यवस्था करने, बाढ़ का स्थायी निदान, राहत कार्यो में किए जा रहे अनियमितता की जांच कराने, पीड़ितों के खाता पर शीघ्र पैसा भेजने, पूरे बेनीपट्टी को राहत वितरण मुहैया कराने, क्षतिग्रस्त सड़क व पुल की यथाशीघ्र मरम्मत कराने, महामारी से बचाव के लिए ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव कराने, लंबित पेंशन को पेंशन की व्यवस्था एवं पीएम आवास में कुव्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग की। उपरांत राज्यपाल के नाम से प्रेषित ज्ञापन को बीडीओ को सौंपा। धरना कार्यक्रम में रामविनय प्रधान, बौकू धनकार, राजेन्द्र यादव, कामेश्वर यादव, रामवरण राम, श्याम झा सहित कई राजद कार्यकर्ता मौजूद थे।