बेनीपट्टी(मधुबनी)। कृषि प्रधान देश में किसानों की बेहतर व आर्थिंक स्थिति को मजबूत करने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार कई योजनाओं को बेहतर ढंग से संचालित करा रही है। पहले जब खेती लायक जमीन थी,तब फसल का उत्पादन बेहतर नहीं था, अब जबकि जनसंख्या बढ़ने के कारण खेती योग्य जमीन कम हुई है तो अब फसल का उत्पादन रिकार्ड स्थापित कर रहा है। इसका मूल कारण है कि कृषि विभाग व कृषि वैज्ञानिक की बेहतरी सोच है। जिसका परिणाम है कि अब अकाल जैसी आपदा खत्म हो गयी है। ये बातें गुरुवार को अनुमंडल परिसर में आयोजित दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला का उद्घाटन करते हुए एसडीएम मुकेश रंजन ने कहा। श्री रंजन ने कहा कि कृषि यंत्र नहीं होने से पहले किसान दिन भर खेत में हल चलाकर खेती योग्य जमीन को कर पाता था। अब बाजार में नए-नए यंत्र आ गए है जिससे कुछ ही समय में कई एकड़ जमीन की जुताई कर पाता है। खेत की जुताई से लेकर बीज बुआई तक के यंत्र बाजार में उपलब्ध हो गए है। सरकार ऐसे यंत्र के खरीद पर अनुदान भी दे रही है। एसडीएम ने कई यंत्र के परिचालन व इसके लाभ के संबंध में कृषकों को जानकारी दी। वहीं हरलाखी विधायक सुधांशू शेखर ने कहा कि वे स्वयं किसान के पुत्र है। इसलिए, किसानों की समस्या को बखुबी समझते है। खेती में पटवन एक बहुत बड़ी समस्या रही है। जिसके निराकरण के लिए राज्य सरकार काम कर रही है। अब किसानों के खेत तक बिजली मुहैया कराई जा रही है, ताकि किसान आसानी से सस्ते दामों पर खेत का पटवन करा सके। उन्होंने किसानों को मेला का लाभ लेने की अपील करते हुए कहा कि सभी 76 प्रकार के यंत्र मेला में लाये गए है। किसान इसकी अनुदानित मूल्य पर खरीद कर कृषि को बढ़ावा देने में उपयोग करें। वहीं प्रमुख सोनी देवी ने कहा कि कृषि विभाग लगातार किसानों की चिंता कर रही है। हर किसान को अनुदान दी जा रही है। जिससे किसानों की स्थिति में सुधार हो सके। श्रीमती सोनी देवी ने कहा कि हमारे देश के किसान सबल होंगे, तब ही हर थाली में व्यजंन परोसा जा सकता है। इसके लिए, बाजार के साथ किसानों की सुविधा का ख्याल रखना होगा। दो दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला में जगह-जगह स्टॉल लगा कर किसानों को उसके लाभ के संबंध में जानकारी दी गयी। मेला में खास तौर पर खेत से मवेशी को भगाने के मशीन की चर्चा की गयी। उक्त यंत्र को किसानों के बीच रखकर विभागीय अधिकारी ने इसके चालन के तौर-तरीके के संबंध में जानकारी दी। कृषि यांत्रिकरण मेला को संयुक्त निदेशक नईम असरफ, जिला उद्यान पदाधिकारी, एसडीपीओ पुष्कर कुमार, उप प्रमुख अशोक कुमार चौधरी, बीईओ प्राणनाथ सिंह, बीजेपी के जिलाध्यक्ष घनश्याम ठाकुर, आत्मा अध्यक्ष नित्यानंद झा, मो. जुबैर, बचनू मंडल, किसान सलाहकार वरुण चौधरी, पप्पू सिंह, जीतेन्द्र मिश्रा, सुशील मंडल, शैलेन्द्र झा सहित कई कृषि विभाग के कर्मी मौजूद थे।