बेनीपट्टी(मधुबनी)। बाढ़ से सुरक्षा के लिए करोड़ों की लागत से मरम्मत कराए गए जमींदारी बांध पहली बारिश में ही ढहने लगी है। बांध में दर्जनों जगहों पर बड़े-बड़े सुराख हो गए है। वहीं पानी के संपर्क में आते ही बालू युक्त बांध नीचे की और गिरने लगी है। जिससे बांध के मजबूती के सारे दावे खोखले साबित हो रहे है। पाली के उत्तरवारी टोल के अनुराग सहनी, जोखन सहनी, गोविन्द झा, विशेश्वर सहनी, सुबोध चौधरी समेत कई लोगों ने बताया कि पूरे मुहल्लें के सुरक्षा के लिए मरम्मत किए गए बांध में जमकर अनियमितता की गई है। जिसके कारण बांध पहली बारिश में ही ध्वस्त होने लगी है। वहीं लोगों ने बताया कि बाढ़ आने पर बांध लोगों को सुरक्षा देने में पूर्णरुप से नाकाम साबित होगा। बता दें कि बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, झंझारपुर व दरभंगा के जल संसाधन विभाग की और से करीब साढ़े सात करोड़ की राशि से जमींदारी बांध की मरम्मत करहारा, मेघवन, पाली के उत्तरवारी टोल, रानीपुर समेत अन्य गांवों में किया है। जहां ग्रामीणों का आरोप है कि संबेदक की और से लूटखसोट किए जाने को लेकर धौंस नदी का बालू युक्त मिट्टी डाल कर बांध की मरम्मत कर दी गई है। जो अब कटाव कर रही है। वहीं करहारा के मो. गनी राईन, मो. हनीफ समेत कई लोगों ने बताया कि करहारा में तो संबेदक ने लूटखसोट करने का अड्डा बना दिया है। हर जगह बांध का मिट्टी गिर गया है। वहीं कई जगहों पर सुराख हो गया है। जो पानी का दवाब झेलने में नाकाम साबित होगा। गौरतलब है कि गत दिन बांध के मरम्मत कार्य का जायजा लेने आए जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने बांध मरम्मत पर असंतोष प्रकट करते हुए संबेदक व जेई पर प्राथमिकी दर्ज कराने की बात कही थी। लेकिन, अब तक संबेदक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है। जिससे लोगों ने प्रशासन के खिलाफ भी आक्रोश पनप रहा है।


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