बेनीपट्टी(मधुबनी)। करोड़ों की लागत से मरम्मत हो रहे जमींदारी बांध की पोल पहली ही बारिश में खुल गई। गनीमत है कि बांध मरम्मत की पोल बारिश में ही सामने आ गयी। बाढ़ के समय ऐसी समस्या आने पर हजारों लोगों की जान पर आफत आ जाती। रविवार की सुबह हुई बारिश में जमींदारी बांध जगह-जगह कटाव कर चुकी है। कई जगहों पर बड़े-बड़े सुराख हो गए है। कई जगहों पर पानी के संपर्क में आते ही बांध धंस गई है। पाली के गोविन्द झा ने बताया कि बांध की ऐसी स्थिति लगभग सभी जगहों पर हो गई है। स्थानीय लोगां ने बताया कि संबेदक के द्वारा बांध के मरम्मत में जमकर बालू युक्त मिट्टी का प्रयोग किया गया है। बारिश का पानी आते ही बालू युक्त मिट्टी नीचे की ओर बह गई है। जिसके कारण बांधों पर दरार व सुराख हो गए है। उधर, करहारा के कई ग्रामीणों ने बताया कि उनके पंचायत में भी बांध पर कई जगहों पर सुराख हो गए है। बता दें कि बांध मरम्मत के विभागीय दावों के बीच पहली बारिश में ही बांध पर सुराख हो जाने से विभाग के दावों की पोल भी खोल रहा है। झंझारपुर के बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के सहायक अभियंता लक्ष्मण यादव ने बांध मरम्मत के दौरान भी बांध की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा था कि, बांध की ऐसी मरम्मत की गई है कि कई सालों तक बांध को देखने की आवश्यकता नहीं है। जबकि स्थानीय अधिकारियों से लेकर जिला प्रशासन तक बांध के मरम्मत पर गंभीर सवाल उठा चुके है। सूत्रों की माने तो बांध मरम्मत में घोर लापरवाही एवं अनियमितता किए जाने की रिपोर्ट स्थानीय पदाधिकारियों के द्वारा जिला प्रशासन को समर्पित की जा चुकी है। बांध मरम्मत का जायजा लेने आए विगत कुछ दिन पूर्व जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक ने भी बांध मरम्मत में बालू का प्रयोग करने पर विभागीय जेई को फटकार लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराने की बात कही थी। हालांकि, अभी तक संबेदक अथवा जेई पर कानूनी कार्रवाई नहीं की जा सकी है। गौरतलब है कि बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल झंझारपुर के द्वारा इस वर्ष करीब सवा चार करोड़ की राशि से जमींदारी बांध की मरम्मत कराई गई है। बांध मरम्मत के दौरान से ही बांध में किए जा रहे अनियमितता को लेकर मीडिया में खबरें प्रकाशित होती रही है। वहीं ग्रामीण व पंचायत प्रतिनिधियों ने भी बांध मरम्मत पर सवाल उठाए है। अब देखना है कि बांध मरम्मत में हुए अनियमितता खुलकर सामने आने के बाद प्रशासन का क्या रुख होता है। इस संबंध में पूछे जाने पर एसडीएम मुकेश रंजन ने बताया कि बांध की स्थिति के संबंध में पूर्व में ही जिलाधिकारी को रिपोर्ट दी जा चुकी है। कार्रवाई के संबंध में निर्देश प्राप्त होने के बाद कार्रवाई की जाएगी।