बेनीपट्टी(मधुबनी)। किसान खेत में आज भी अंधाधूंध उर्वरक का प्रयोग कर रहे है। जो फसलों के उत्पादन के साथ खेत की उर्वरा शक्ति का बर्बाद कर रहा है। किसान उर्वरक का प्रयोग करने के बजाए जैविक खाद का प्रयोग करें तो खेत की उर्वरा शक्ति के साथ फसल का उत्पादकता में बढ़ोतरी होगी। बेनीपट्टी प्रखंड में आयोजित खरीफ महोत्सव को संबोधित करते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी डा. अभय कुमार ने कहा।
वहीं सीओ ने उपस्थित सभी किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि अब पूराने तरीके से खेती के बजाए किसान विभाग के निर्देशानुसार खेती करें तो अधिक उत्पादकता होगी। वहीं उन्होंने, तरह-तरह के उर्वरक के इस्तेमाल पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि उर्वरक खेत को बर्बाद कर देता है। बहुत तरह के उपाय है, जिसे अपनाने से उर्वरक से निर्भरता कम हो सकती है। वहीं उप प्रमुख अशोक कुमार चौधरी ने कहा कि किसानों को लाभ देने के लिए सरकार विभिन्न योजनाओं से किसान को लाभ दे रही है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत वर्षाजल संचयन पर जोर देकर हमें पानी बचाना चाहिए। उक्त पानी को खेती में उपयोग किया जा सकता है। वहीं श्री चौधरी ने सभी किसानों को श्री विधि को हर स्तर पर बढ़ावा देने की अपील करते हुए कहा कि इस विधि से किसान कम जमीन में बेहतर उत्पादन कर सकता है। इस विधि के तहत किए गए खेती से अधिक उपज होती है। वहीं उन्होंने कहा कि कृषि विभाग हर स्तर पर किसानों की आय बढ़ाने के लिए काम कर रही है। वहीं जिला परिषद् सदस्य खुशबू कुमारी ने कहा कि किसानों के खेत की मिट्टी का परीक्षण होना चाहिए, ताकि उसी आधार पर किसान अपने फसल में उर्वरक डाल सकते है। वहीं कृषि विभाग के अधिकारियों को कहा कि, जब तक विभाग के कर्मी किसानों के खेत पर नहीं जाएंगे, तब तक किसानों की स्थिति में सुधार नहीं होगा। किसानों को पारंपरिक खेती से हटकर भी कुछ नया करना चाहिए। श्रीमती कुमारी ने किसानों से पैडी ट्रांसप्लान्टर को बढ़ावा देने की अपील की। खरीफ महोत्सव को उपस्थित अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों ने संयुक्त रुप से दीप प्रज्जवलित कर उद्घाटन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आत्मा अध्यक्ष सह पूर्व प्रमुख नित्यानंद झा ने की।
मौके पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी प्राणनाथ सिंह, मो. जुबैर अहमद, कौशल किशोर, अवनीश कुमार तिवारी, किसान सलाहकार विनय झा, कृष्ण कुमार, जितेन्द्र मिश्र, प्रदीप कुमार दास, तेजनारायण यादव, सुशील मंडल, वरुण कुमार चौधरी समेत कई किसान सलाहकार मौजूद थे।