बेनीपट्टी (मधुबनी)। अंबेडकर-कर्पूरी सामाजिक संस्थान ने रविवार को पुणे की घटना को लेकर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री का पुतला फूंक कर दलितों पर हुए अत्याचार की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। संस्थान के अध्यक्ष रामवरण राम ने कहा कि पुणे के भीमा कोरेगांव युद्ध की 200 वां वर्षगांठ के अवसर पर भीम के अनुयायी कार्यक्रम में मनुवादी सोच के लोगों ने हमला कर कायराना हरकत की। वक्ताओं ने कहा कि बाबा साहेब के वंशज 300 महार सैनिकों ने 28 हजार सेना को हराया था। वक्ताओं ने कहा कि अंबेडकरवादी हर 1 जनवरी को शोर्य दिवस के रुप में मनाते है। वक्ताओं ने कहा कि इस वर्ष करीब तीन लाख दलित उक्त स्थल पर जुटे हुए थे। जहां हिंदूवादी संगठनों ने हिंसा कराया। रामवरण राम ने कहा कि बाबा साहेब के प्रयास के कारण ही आज दलित व शोषित वोट देने के लायक है। बाबा साहेब ने सबको बराबरी में ला दिया। वहीं माकपा नेता पवन भारती ने कहा कि बीजेपी व आरएसएस व मनुवादियों के द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत कभी आरक्षण की समीक्षा तो कभी धार्मिंक उन्माद फैला कर दलित-मुसलमान पर अत्याचार करते है। मौके पर रामलगन राम, पीके राम, ननटून राम, प्रमोद मुखिया, मिश्री राम, विक्रम राम, रामाश्रय राम, दिलीप राम सहित कई लोग उपस्थित थे।