बेनीपट्टी (मधुबनी)। एनडीए सरकार विकास के कार्य को धरातल पर उतारने के साथ लोगों को जागरुक करने का काम रही है। बिहार में ऐतिहासिक शराबबंदी कानून के बाद समाज में अंशाति का माहौल खत्म हो गया है। अब शाम के बाद महिलाएं चैन से बाजार में टहल पा रही है। जिसका पूरा श्रेय शराबबंदी कानून को जाता है। शराबबंदी के बाद लोगों के मानसिकता में भी बहुत बदलाव हुआ है। जिला परिषद् क्षेत्र संख्या-05 की पार्षद खुशबू कुमारी ने सोमवार को अपने आवास पर प्रेस प्रतिनिधियों से बात करते हुए कहा। श्रीमती कुमारी ने कहा कि अब एनडीए सरकार समाज में व्याप्त कुरीति को समाप्त करने का बीड़़ा उठाया है। समाज में बाल विवाह एवं दहेज प्रथा समाज को अंदर से तोड़ने का काम कर रही है। इस कुरीति को समाप्त करना बहुत ही आवश्यक है। इससे कुरीति से हर मायने में स्त्री परेशान होती है। पढ़ने के समय में विवाह करा दिया जाता है। जिसके कारण वो अपने अंदर की प्रतिभा का बाहर नहीं ला पाती है। वहीं दहेज के लिए न जाने कितने औरतों ने अपनी जान दी है। श्रीमती कुमारी ने कहा कि बिहार सरकार इस कुरीति को समाप्त करने के लिए आगामी 21 जनवरी को पूरे राज्य में एक बार फिर मानव श्रृंखला बनाएगी। जो मील का पत्थर साबित होगा। वहीं भाजपा नेता रौशन मिश्रा ने कहा कि मानव श्रृंखला को सफल करने के लिए भाजपा हर क्षेत्र में लोगों को जागरुक करने का काम कर रही है। श्री मिश्रा ने कहा कि मानव श्रृंखला को हर वर्ग के लोग अपना समर्थन दे रहे है।