बेनीपट्टी (मधुबनी)। स्वच्छता अभियान को मूर्तरुप देने के लिए प्रखंड प्रशासन जहां एड़ी-चोटी कर रही है।वहीं प्रखंड के सरकारी विद्यालयों में स्वच्छता अभियान की हवा निकाली जा रही है।जबकि बीडीओ ने सभी विद्यालय प्रभारियों को शौचालय की स्थिति में सुधार करने के निर्देश दिये है।प्रखंड के परसौना पंचायत के जरैल गांव के मध्य विद्यालय में विद्यालय प्रभारी के अड़ियल रवैये के कारण शौचालय का उपयोग नहीं किया जा रहा है।शौचालय से उठ रहे दुर्गंध के कारण छात्र व छात्राएं बाहर जाकर शौच करने के लिए मजबूर है।वहीं ग्रामीणों ने बताया कि अधिकांश समय शौचालय में प्रभारी के द्वारा तालाबंदी कर दिया जाता है।कहने के लिए तो विद्यालय में चार शौचालय है, परंतु चारों शौचालय की देखरेख नहीं होने के कारण स्थिति अत्यंत ही विकट बन गयी है। शौचालय के दुर्गंध से पूरा विद्यालय परिसर बदबूदार बना हुआ रहता है, बावजूद प्रभारी दुर्गंध को दूर करने का प्रयास नहीं कर रहे है। संकुल समनव्यक रविन्द्र झा ने बताया कि इस संबंध में विद्यालय प्रभारी को कई बार कहा गया, बावजूद प्रभारी अपने अड़ियल रवैया से पीछे नहीं हट रहे है। गौरतलब है कि जरैल के मध्य विद्यालय में छात्रों की संख्या-208 है, वहीं छात्राओं की संख्या-201 है।बावजूद एक भी शौचालय दुरुस्त अवस्था में नहीं है। छात्राओं की संख्या को देख सहज समझा जा सकता है कि छात्राओं को कितनी परेशानी उठानी पड़ रही होगी। हैरत है कि स्कूल में तीन महिला शिक्षक भी पदस्थापित है। मिथिला स्टूडेंट यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता विदेश्वर नाथ झा विकास ने बताया कि उक्त विद्यालय में कई प्रकार के अनियमतिता की जा रही है। श्री झा के अनुसार विद्यालय प्रभारी के कारण स्कूल की स्थिति में व्यापक सुधार नहीं हो रहा है।इस संबंध में पूछे जाने पर विद्यालय प्रभारी सुभाष साफी ने बताया कि विद्यालय में विकास मद की राशि नहीं है। राशि नहीं होने पर व्यवस्था कैसे की जायेगी। वहीं प्रखंड विकास पदाधिकारी डा. अभय कुमार ने बताया कि उक्त विद्यालय के खिलाफ एमएसयू के द्वारा आवेदन दिया गया है। विद्यालय प्रभारी से जल्द ही स्पष्टीकरण पूछा जायेगा।


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