बेनीपट्टी(मधुबनी)।प्रखंड के पाली गोट के सिमराही पोखरा भिंडा पर आयोजित सात दिवसीय भागवत कथा का समापन गुरुवार को हुआ।भागवत कथा में प्रवचन करते हुए आचार्य वेदानंद शास्त्री ने भक्तों को आध्यात्मीक रसपान कराते हुए कहा कि भागवत कथा के श्रवण से लोगों को असीम शांति की अनुभूति होती है।भगवान श्री कृष्ण ने हर अवतार में लोगों से धर्म की रक्षा करने के लिए आगे आने एवं लोगों की सच्चे मन से परोपकार करने की बात कहीं थी।भागवत कथा के समापन के मौके पर वेदानंद शास्त्री के प्रवचन के दौरान स्थानीय बाल कलाकारों ने कथा गीत पर नाट्य मंचन किया।इस दौरान कृष्ण व सुदामा के कथा व कृष्ण के बाल कथा को प्रदर्शित करने का भी काम किया गया।मौके पर आचार्य वेदानंद शास्त्री ने बताया कि मोह-माया के कारण आज लोग धर्म से कट रहे है।जो आदर्श नहीं है।जब लोग धर्म में रमते है तो ऐसी बातों से परहेज करें।भगवान के लिए हर भक्त प्यारे है।भक्त के द्वारा की गयी पूजा-अर्चना से भगवान को शक्ति मिलती है।ऐसे में भगवान भी वैसे भक्तों की हर मुरादें पुरी करते है।भगवान के लिए सभी भक्त प्यारे होते है।भागवत कथा के लिए आयोजक समिति के द्वारा कोलकाता से आचार्य वेदानंद शास्त्री को बुलाया गया था।जो लगातार सात दिनों तक श्रद्धालुओं को भागवत कथा का रसपान कराया।कथा के सफल आयोजन के लिए आयोजक भवनाथ झा, छेदी झा, रोहित झा, विनोद झा, देवेंद्र मंडल, सुनील झा, संजय झा, रामपरी देवी, पूर्व मुखिया राजेंद्र मिश्र सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थें।