बेनीपट्टी(मधुबनी)। कन्हैया मिश्रा : मिथिलाचंल की संस्कृति व सभ्यता पर आज पश्चिमी देश की सभ्यता धीरे-धीरे हावी होती जा रही है।जो समाज में गलत चीजों को लाने में सहायक हो रही है।खासकर मिथिला के युवाओं पर ऐसी सभ्यताओं के प्रति खास क्रेज बनता जा रहा है जो मिथिला व मैथिली के लिए चिंता का कारण बन रहा है।आज अपनी मातृभाषा एवम् संस्कृति को बचाने के लिए प्रयास नहीं करे तो आने वाले युगों में इस मिठास वाली भाषा से लोग परिचित नहीं रह पायेंगे।उक्त बातें विधायक भावना झा ने बेनीपट्टी के श्री लीलाधर उच्च विद्यालय परिसर में आयोजित हो रहे मिथिला विभूति पर्व के उद्घाटन के मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा, विधायक श्रीमति झा ने कहा कि अब समय आ गया है कि युवाओं को अपनी संस्कृति की रक्षा करने के लिए आगे आना होगा।मिथिला की खास चर्चा करते हुए कहा कि मिथिला की रीति-रिवाज को अन्य राज्यों में रह रहे लोग खुशी-खुशी अपना रहे है,लेकिन मिथिला में रह रहे लोग आज अपने ही बोलचाल की भाषा का उपयोग करने के बजाय दूसरे भाषा का प्रयोग कर रहे है।इससे पूर्व आगत अतिथियों ने कवि कोकिल विद्यापति की मूर्ति पर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की।मिथिलांचल सर्वागींण संस्थान के संस्थापक अमरनाथ झा उर्फ भोलन, बैधनाथ झा, अवधेश सिंह,राजू झा, विजय चौधरी ,रामवरण राम, भोगेंद्र झा, विनोद यादव, अजय कुमार झा, शौकत अली नूरी, नथूनी राम, शत्रुध्न झा, सोनू कुमार, रिंकु कुमार सहित कई लोग मौजूद थे।