बेनीपट्टी(मधुबनी)। नरेंद्र मोदी की सरकार किसान विरोधी है,देश में लगातार समस्याऐं मुंह बाये खड़ी है, लेकिन मोदी सरकार हर समय कुछ न कुछ नया शिगुफा छोड़ कर समस्या से लोगों को दूर कर देती है।कभी मेक इन इंडिया, स्टार्टअप, स्टेंडअप, तो कभी सर्जिकल स्ट्राईक कर लोगों को मुख्य मुद्दो से भटका देती है।जवाहर लाल यूनिवर्सिटी के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार बेनीपट्टी में आयोजित 34वां किसान सभा को संबोधित करते हुए कहा।कन्हैया ने मोदी सरकार के नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि नोट बदलने से भ्रष्टाचार कम नहीं होगा, जब तक काला धन रखने वालें लोगों को जेल में नहीं डाला जायेगा, तब तक ये काला धन की समस्या खत्म नहीं होने वाली है।वहीं उन्होंने कहा कि देश में ये ऐसी पहली सरकार है जिसकी आलोचना करने वालों पर देशद्रोही की उपाधि दी जाती है।उन्होंने कहा कि आज कल मीडिया नोट खत्म करने पर कह रही है कि ये आर्थिक सर्जिकल स्ट्राईक है।कन्हैया ने सवालिया लहजें में पूछा की आखिर ये आर्थिक सर्जिकल है तो एटीएम व बैंक के कतार में सिर्फ गरीब व किसान ही क्यूं खड़े नजर आ रहे है।इससे पूर्व कन्हैया कुमार ने झंझारपुर के रैयाम गांव के बीएसएफ में तैनात जवान विकास कुमार मिश्र के शहादत पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।वहीं सभा को संबोधित करते हुए पं.बंगाल के पूर्व सीपीआई सांसद प्रबोध पांडा ने कहा कि अब समय आ गया है कि मोदी सरकार के विरुद्ध एक बड़ी आन्दोलन की जायें।श्री पांडा ने कहा कि मोदी सरकार सातवें वेतनमान के लिए कमीशन लागू कर दी।लेकिन किसानों के लिए बने एकमात्र कमीशन की रिपोर्ट को लागू नहीं कर रहे है।किसान सभा का संचालन कामरेड कृपानंद झा आजाद ने किया।वहीं इससे पूर्व किसान भवन के परिसर में किसान सभा के 34वें सम्मेलन की शुरुआत पारंपरिक ढंग से झंडोतोलन कर किया गया।झंडातोलन कामरेड दुर्गेश्वर झा ने किया।मंच पर पूर्व विधायक रामनरेश पाण्डेय, राज्य सचिव सत्यनारायण सिंह, मनोज मिश्र, मिथिलेश झा,अशोक सिंह, सुशील कुमार, विजय कुमार मिश्र, शवनम झा सहित कई कामरेड उपस्थित थें।