पटना।एनडीए गठबंधन में मांझी के मानने से जहां एनडीए का तूफान अभी शांत दिख रहा है,वहीं महागठबंधन दलों के नेताओं की परेशानी बढती जा रही है।खास तौर पर ऐसे सीटों के लिए दल के नेताओं की माथापच्ची ओर बढ गयी है,जहां राजद-जदयू के सिटिंग सीट होने के बाद भी दूसरे दल के नेता वहां चुनाव लडने की घोषणा कर रहे है।आज दिन भर जदयू अध्यक्ष शरद यादव व नीतीश कुमार ऐसे सीटों को लेकर काफी देर तक चर्चा करते रहे।जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि उम्मीदवारों की घोषणा चुनाव के चरण के अनुसार किये जायेंगे।शरद यादव ने कहा कि तय फार्मूले के तहत आपसी बातचीत चल रही है।जल्द ही सीटों का मामला सुलझा लिया जायेगा।सूत्रों के अनुसार कई सीटों पर दोहरी दावेदारी पेश होने से उम्मीदवारों के चयन में देरी हो रही है।राघोपुर के जदयू विधायक सतीश कुमार जहां अपनी सीट छोडने को तैयार नहीं हो रहे है,वहीं लालू के छोटे पुत्र तेजस्वी यादव ने भी राघोपुर से ही चुनाव लडने की घोषणा करी दी है।महुआ की सीट पर जदयू के ही रवींद्र राय जो फिलहाल मांझी गुट में शामिल हो गये है।महुआ सीट से लालू के एक ओर बेटे तेजप्रताप पहले ही महुआ से चुनाव लडने की इच्छा जाहिर कर चूके है।इसी प्रकार परसा,कुर्था,जहानाबाद और नवादा की सीटें जदयू के खाते में है,लेकिन दावेदारी राजद कर रही है।भागलपुर के कहलगांव और शहरी विधानसभा सीट कांगे्रस की है।लेकिन कांग्रेस की ओर से वहां की एक ओर नाथनगर की सीटें मांगी जा रही है।नाथनगर जदयू की सिटिंग सीट है।