नई दिल्ली।पूर्व आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी के राजनीतिक बयान व व्यापंम घोटाले के बाद देश की सियासत में ऐसा भूचाल आया कि कई दिनों से लोकसभा व राज्यसभा में जनहित के कार्य नहीं हो रहे है,वहीं लोकसभा व राज्यसभा के संचालन में अभी तक जानकारी के अनुसार 230 करोड की राशि खर्च हो चूकी है।अब सवाल उठ रहा है कि करोडों की राशि खर्च करने के बाद भी जनता को क्या मिला? क्या यहीं हंगामा व मेज की उठापटक देखने के लिए जनता ने इन्हें वो मान-सम्मान दी कि आज वे सदन में पहुंचे है।आकंडो की बात करें तो लोकसभा संचालन करने में एक दिन का खर्चा 14.4 करोड आता है।सामान्य तौर पर लोकसभा में छह घंटे तो राज्यसभा में हर दिन सामान्य तौर पर पांच घंटे का कार्यवाही होता है।अभी तक दोनों सदनो में लोकसभा में 41 प्रतिशत तो राज्यसभा में मात्र 8 प्रतिशत ही काम हो सका है।जिसके कारण अभी तक जनता के 230 करोड महज 16 दिनों के अंदर बर्बाद हो चुके है।