BNN विशेष। बिकाश झा : मिथिला स्टूडेंट यूनियन दिल्ली इकाई अपने विभिन्न मांगो को लेकर आगामी 24 जुलाई को शुक्रवार सुबह 10 बजे जंतर मंतर पर विशाल धरना प्रदर्शन करने जा रही है। इस बात की जानकारी देते हुये यूनियन के दिल्ली प्रभारी अरविन्द कुमार मिश्र ने बताया की मिथिला स्टूडेंट यूनियन दरभंगा , सहरसा और पूर्णिया को स्मार्ट सिटी में शामिल करना, दरभंगा में आईटी पार्क की स्थापना, मधुबनी में केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना, मिथिला में AIIMS की स्थापना, दरभंगा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की स्थापना, मिथिला क्षेत्र के बंद कल कारखाने को चालू कराना, मिथिला के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना, दरभंगा में IIIT की स्थापना करवाना, योग के क्षेत्र में बडे नाम धीरेन्द्र ब्रह्मचारी को उचित सम्मान दिया जाना, डी डी मैथिली की स्थापना, CTET में मैथिली भाषा को शामिल करना, मैथिली भाषा को प्राथमिक शिक्षा में शामिल करना, माँ जानकी की जन्मस्थली सीतामढी को पर्यटन के रुप में मानचित्र पर लाना जैसी मुख्य मांगो के साथ जंतर-मंतर पर आंदोलन करेगी। आंदोलन में भाग लेने के लिये मिथिला क्षेत्र के विभिन्न संगठन अपनी सहभागिता दर्ज करायेंगे। आंदोलन को तेज करने के लिये यूनियन के कार्यकर्त्ता जोर-शोर से लोगो को इससे जोड़ने व आमंत्रित करने का काम कर रही है। उम्मीद है की आगामी 24 जुलाई को मिथिला आंदोलन के इतिहास में यह सबसे बड़ा आंदोलन साबित होगा।
BNN विशेष। बिकाश झा : मिथिला स्टूडेंट यूनियन दिल्ली इकाई अपने विभिन्न मांगो को लेकर आगामी 24 जुलाई को शुक्रवार सुबह 10 बजे जंतर मंतर पर विशाल धरना प्रदर्शन करने जा रही है। इस बात की जानकारी देते हुये यूनियन के दिल्ली प्रभारी अरविन्द कुमार मिश्र ने बताया की मिथिला स्टूडेंट यूनियन दरभंगा , सहरसा और पूर्णिया को स्मार्ट सिटी में शामिल करना, दरभंगा में आईटी पार्क की स्थापना, मधुबनी में केन्द्रीय विद्यालय की स्थापना, मिथिला में AIIMS की स्थापना, दरभंगा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की स्थापना, मिथिला क्षेत्र के बंद कल कारखाने को चालू कराना, मिथिला के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना, दरभंगा में IIIT की स्थापना करवाना, योग के क्षेत्र में बडे नाम धीरेन्द्र ब्रह्मचारी को उचित सम्मान दिया जाना, डी डी मैथिली की स्थापना, CTET में मैथिली भाषा को शामिल करना, मैथिली भाषा को प्राथमिक शिक्षा में शामिल करना, माँ जानकी की जन्मस्थली सीतामढी को पर्यटन के रुप में मानचित्र पर लाना जैसी मुख्य मांगो के साथ जंतर-मंतर पर आंदोलन करेगी। आंदोलन में भाग लेने के लिये मिथिला क्षेत्र के विभिन्न संगठन अपनी सहभागिता दर्ज करायेंगे। आंदोलन को तेज करने के लिये यूनियन के कार्यकर्त्ता जोर-शोर से लोगो को इससे जोड़ने व आमंत्रित करने का काम कर रही है। उम्मीद है की आगामी 24 जुलाई को मिथिला आंदोलन के इतिहास में यह सबसे बड़ा आंदोलन साबित होगा।