बेनीपट्टी (मधुबनी) शेखर झा : बेनीपट्टी-हरलाखी पथ के मुख्य सड़क व ग्रामीण इलाकों के सड़क जर्जर होने के कारण राहगीरों एवं वाहन चालकों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आये दिन प्रखंड की जर्जर सड़के हादसों को निमंत्रण दे रही हैं। बेनीपट्टी मुख्यालय सहित आसपास के ग्रामीण इलाकों के मार्ग जर्जर होने के कारण जानलेवा साबित हो रहे है। बेनीपट्टी मुख्यालय से हरलाखी जाने वाली मुख्य सड़क और बेनीपट्टी से बरहा भाया कटैया जाने वाली ग्रामीण क्षेत्रों कि सडकों में जगह-जगह गड्ढे हो गये हैं जिससे आये दिन दुर्घटनाएँ होना आम बात हो गया है। बेनीपट्टी से भटहिसेर, महमदपुर होकर नंदी भौजी चौक, दुर्गौली, त्योंथा, गैविपुर, मनपौर, गम्हरिया गावं को जोड़ने वाली हरलाखी पथ की हालत कई स्थानों पर अत्यन्त खराब हो गई है । भटहिसेर से सिर्फ नंदी भौजी चौक तक का सफ़र तय करने में 1 घंटे का समय लग जाता है। जिससे की वाहन चालकों को अतिरिक्त समय के गंवाने के साथ ही भारी परेशानी उठानी पड़ता है । इस सड़क पर प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में वाहनों का आवागमन होने से लोगों को धूल की समस्या का सामना तो करना पड़ता ही है साथ ही सड़क किनारे मध्य विद्यालयों के समीप उक्त सड़क पर कई जगह लगभग दो फीट तक के गड्ढे बने हुए हैं। जिससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। जबकि इन्हीं रास्तों से प्रतिदिन हजारों की संख्या में छात्र-छात्राओं का आवागमन होता है। विगत कई वर्षों से जर्जर सड़क के पुनर्निर्माण की मांग को लेकर कई बार ग्रामीणों के द्वारा आन्दोलन की चेतवानी दी जा चुका है, उधर बरहा, जरैल, कटैया पथ की जर्जर स्थिति से ग्रामीणों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना होने का मुद्दा अक्सर अखबारों में ही सुर्खियाँ बनता रहा है। बारिश में मौसम में अक्सर बेनीपट्टी-बरहा पथ पर उप डाकघर के सामने भाड़ी जल जमाव हो जाता है पानी निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण महीनो तक सडक पर पानी का जमावड़ा लगा रहता है जिससे आवागमन तो दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। सड़क के किनारे दुकान लगाने वाले दुकानदारों को इससे काफी परेशानी होती है। दुकान के भीतर धूल कण जमा हो जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द इस दिशा में प्रशासन ठोस कदम नही उठाती है तो चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा !