बेनीपट्टी(मधुबनी)। कहते है कि बुलंद हौंसले के आगे बड़े से बड़े बाधाएं भी झूक कर सजदा करने लगती है। इसी का ताजा उदाहरण हो रहे इंटरमीडिएट की परीक्षा में देखने को मिली। जहां बनकट्टा के परीक्षार्थी ने सुबह छह बजे बेनीपट्टी के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में शिशु को जन्म देकर निर्धारित समय पर परीक्षा देने के लिए परीक्षा केन्द्र पर भी पहुंच गयी। महिला को इस स्थिति में परीक्षा देने की जानकारी पर हर कोई महिला के हौंसले की चर्चा करते रहे। दरअसल, बनकट्टा के राकेश मंडल की पत्नी पुष्पा कुमारी बेनीपट्टी के डा. एनसी कॉलेज के आर्ट की छात्रा थी। इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए रोजाना अपने परीक्षा केन्द्र पर आती थी। बताया जा रहा है कि पुष्पा को शुक्रवार को हो रही परीक्षा के दौरान ही प्रसव वेदना शुरु हो गयी। वेदना के बावजूद महिला परीक्षार्थी के हौंसला बनाकर परीक्षा देकर परिजन के साथ घर गयी। जहां देर रात पुनः प्रसव वेदना शुरु हो गयी। परिजनों ने प्रसव वेदना के बाद देर रात प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कराया। जहां चिकित्सक के देखरेख में पुष्पा कुमारी ने शनिवार की सुबह करीब छह बजे एक पुत्र को जन्म दिया। पुत्र के जन्म के उपरांत पुष्पा परीक्षा को लेकर तनाव में आ रही थी। मिली जानकारी के अनुसार पुष्पा ने परीक्षा देकर कुछ करने की जज्बा के साथ निर्धारित समय पर परीक्षा केन्द्र पहुंच गयी। प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. शम्भू नाथ झा ने बताया कि जच्चा-बच्चा दोनों बिलकुल स्वस्थ्य है। सुबह परीक्षार्थी के द्वारा परीक्षा देने की बात कही गयी तो उसे आवश्यक दवा व सूई देकर रवाना किया गया।