1
वहीं अन्य घटनाओं की बात करें तो नगर पंचायत के सरिसब गांव की एक महिला ने भी सीओ पर गलत व्यवहार की शिकायत की थी। उक्त मामला, इस कदर बढ़ गया की, सीओ ने पुलिस को बुलाकर महिला को थाना भेज दी। जिसके बाद उक्त महिला को बॉन्ड पर मुक्त किया गया। जानकारों की माने तो सबसे पहले सीओ विधानसभा चुनाव के दरम्यान ब्रह्मपुरा में हुए एक शव मिलने के स्थल पर अपनी तुनकमिजाजी का झलक दिखा दी थी। लोगों ने बताया कि लड़की का शव मिलने के बाद विधि व्यवस्था के लिए सीओ पहुँची ओर मोबाइल में वीडियो बना रहे एक युवक को झडक कर मोबाइल फेंक दिया। उस समय माहौल और खराब हो गया। माहौल को पूर्व जिला पार्षद राजेश यादव ने संभाला था।
गत वर्ष बेनीपट्टी के कुछ पंचायतों में आये बाढ़ के समय भी सीओ की अड़ियल रवैया सामने आया था। जब हथियरबा गांव के लोग नाव के लिए लगातार गुहार लगाते रहे, लेकिन, सीओ टस से मस नहीं हुई। उक्त मामला जब डीएम के संज्ञान में लाया गया, तब उक्त स्थल पर नाव की व्यवस्था की गई। बताया जा रहा है कि पूरे कार्यकाल के दौरान सीओ अक्सर किसी न किसी बात और उलझ जाती थी। जाते-जाते भी सीओ के साथ विवाद खत्म नहीं हुआ जहाँ जिला परिषद क्षेत्र संख्या-09 के पार्षद अलका झा के पति मुकेश झा के साथ कथित दुर्व्यवहार का मामला सामने आया था, जहां सीओ पल्लवी गुप्ता ने भी जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मुकेश झा पर कार्यालय कर्मी को उठवा लेने, बोटी-बोटी काटकर अरेर चौक पर कुत्तों को खिला देने की धमकी देने सहित कई आरोप लगाए थे।
2
अब सीओ का तबादला कर दिया गया है ऐसे में सीओ के कार्यकाल की जहां तक बात की जाए तो कार्यकाल बेहतर कार्यो से अधिक विवादों के लिए जाना जाएगा।
Follow @BjBikash