बेनीपट्टी(मधुबनी)। भारत व बिहार की धरती काफी समृद्धशाली है। इसमें प्रचुर उर्वरा शक्ति है, लेकिन, आज कृषि क्षेत्र में कई चुनौतियां है। जल संकट को दूर करने के लिए जल संचय पर ध्यान देना होगा। वही रासायनिक खाद का उपयोग छोड़ कर जैविक खाद को बढ़ावा देना होगा। इसके लिए सभी कृषि वैज्ञानिकों को सामूहिक रूप से प्रयास करना होगा।
ये बातें बसैठ चानपुरा के कृषि विज्ञान केंद्र में आयोजित तीन दिवसीय अंतराष्ट्रीय कृषि सह स्वास्थ्य मेगा कैम्प का उद्घाटन करते हुए सिक्किम के राज्यपाल गंगा प्रसाद ने कहा। उन्होंने कहा कि, जब तक कृषि को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा, तबतक देश की तरक्की संभव नहीं है। आज उपजाऊ जमीन कम होती जा रही है।
1
जबकि, खाद्यान्न की मांग अधिक है। ऐसे में कृषि पर जोर देकर ही इसकी भरपाई हो सकती है। बिहार के मंत्री जीवेश मिश्रा ने कहा कि यूपीए के समय बजट में कृषि के लिए कम संभावनाएं होती थी, मगर आज मोदी के शासनकाल में कृषि के लिए करोड़ो का बजट होता है। कृषकों के खाता में पीएम निधि सम्मान योजना के माध्यम से राशि दी जा रही है। ताकि, किसान खुशहाल हो।
भाजपा विधायक सह पूर्व मंत्री विनोद नारायण झा ने कहा कि पहले की तुलना में आज कृषि पर ध्यान कम दिया जा रहा है। जो दुखद है। इस स्थिति को बदलना होगा। बेनीपट्टी के पश्चिमी भागों में जमीन तीन महीने जलजमाव के चपेट में होता है। अब कृषि वैज्ञानिकों को इसको देखते हुए अनुसंधान करना होगा, की किसान कैसे उक्त जमीन पर फसल उगा सकते है।
2
अध्यक्षीय भाषण करते हुए पूर्व एमपी पद्मभूषण हुकुमदेव यादव ने कहा कि किसानों की तरक्की के बिना देश की तरक्की संभव नहीं है। कृषि विज्ञान केंद्र बधाई का पात्र है, जो लगातार किसानों के लिए कार्यक्रम कर किसानों के हित के लिए काम करती है। इससे पूर्व आगत अतिथियों को कृषि विज्ञान केंद्र के न्यासी डॉ संत चौधरी ने पाग दोपट्टा व मोमेंटो देकर सम्मानित किया। बता दे कि उक्त पृसर में कृषि व स्वास्थ्य से संबंधित स्टाल लगा कर लोगों को प्रेरित किया जाने की व्यवस्था की गई है। मौके पर कुलपति शशिनाथ झा, पूसा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति, पूर्व एमएलए रामाशीष यादव, एसडीओ अशोक कुमार मंडल, डीएसपी अरुण कुमार सिंह, अशोक कुमार चौधरी आदि उपस्थित थे।
Follow @BjBikash