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रानी झा, पूजा झा, खुशबु झा, शिखा झा, निक्की झा सहित अन्य नवविवाहिता |
बेनीपट्टी(मधुबनी)। नवविवाहितों का पर्व मधुश्रावणी शुरू होते ही शिव-पार्वती के गीत गूंजने लगे है। 15 दिनों तक चलने वाला ये अनोखा पर्व को काफी नियम-निष्ठा से नवविवाहिता पूजन करती है। इन पंद्रह दिन नवविवाहिता ससुराल से आये अन्न ही ग्रहण करती है। पर्व से पूर्व नवविवाहिता के लिए सभी सामान ससुराल से आता है। इस वर्ष मधुश्रावणी मना रही रानी झा, पूजा झा, खुशबु झा, शिखा झा, निक्की झा सहित अन्य नवविवाहिता अपने सखियों के साथ शाम को बेनीपट्टी मुख्यालय के अलग-अलग जगहों पर जाकर फूल लोढ़ती हैं।
इस पूजन की खासियत ये है कि इस पूजा की पंडित व कथावाचक दोनों महिला ही होती है। इसलिए, इस पर्व को अनोखा माना जाता है। वहीं शाम होते सभी नवविवाहिता टोली बनाकर फूल लोढ़ने निकल जाती है। जिससे गांव का माहौल बड़ा ही मनोरम हो जाता है। नवविवाहिता इस दौरान हंसी मजाक करते हुए फूल लोढ़ने के लिए मंदिर व आकर्षक जगहों पर सखियों के संग जाती है।
मधुश्रावणी श्रावण माह के कृष्ण पक्ष चतुर्थी से शुरू होकर शुक्ल पक्ष की तृतीया तक सम्पन्न होती है। 11 अगस्त को मधुश्रावणी पर्व सम्पन्न होगा। बेनीपट्टी में रानी झा, पूजा झा, खुशबु झा, शिखा झा, निक्की झा सहित अन्य नवविवाहिता शाम होते ही सखियों संग टोली बनाकर अलग अलग जगहों पर फूल लोढ़ने के लिए जाती हैं।