बेनीपट्टी(मधुबनी)। बिहार बिधानसभा परिसर में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों द्वारा किये गये रवैये की जदयू ने आलोचना की है तथा कहा है लोकतंत्र में अपनी बात रखने का सबको अधिकार है लेकिन विधानसभा के अंदर राजद एवं अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों के द्वारा जिस तरह की अमर्यादित व्यवहार की गयी उससे संपूर्ण बिहार कलंकित हुआ है । जिसके लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को माफी मांगनी चाहिए। प्रदेश जदयू के वरिष्ठ नेता व प्रदेश संगठन प्रभारी प्रफुल्ल कुमार ठाकुर ने विधानसभा परिसर की घटनाओं के लिए विपक्षी सदस्यों को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष को बंधक बनाना, उप मुख्यमंत्री से कागज छीनना, मुख्यमंत्री के साथ बदसलूकी करना जैसे अमर्यादित व्यवहार और आचरण से विपक्ष की करतूत जगजाहिर हो चुकी है और ऐसी परिस्थितियो में कानून की रक्षा हेतु प्रशासन ने जो कदम उठाए वो कहीं से भी अनुचित नही है। जदयू ने तेजस्वी यादव एवं विपक्षी सदस्यों के आचरण को गुंडाराज का पर्याय बताते हुए कहा कि न्याय के साथ विकास एवं कानून का राज नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की एनडीए सरकार की पहली प्राथमिकता है तथा लालू राबडी शासन-काल की घटनाओं को दुहराने की इजाजत संभव नहीं है। जदयू नेता ने तेजस्वी यादव के आचरण को अलोकतांत्रिक तथा फूहड़ बताते हुए कहा कि बिहार लोकतंत्र की जननी रही है। जेपी लोहिया एवं कर्पूरी की कर्मभूमि रही है। विश्व को लोकतंत्र का संदेश देनेवाली धरती पर विपक्षी दलों के आचरण से लोकतांत्रिक व्यवस्था खुद को अपमानित महसूस कर रही है।