बेनीपट्टी(मधुबनी)। मौसम में आये बदलाव से किसान चिंतित हो गए है। कड़ाके की ठंड के साथ कुहासा के मार झेलने के बाद अब किसानों को पाला गिरने से परेशानी हो रही है। शुक्रवार की रात से लेकर शनिवार की पूरे दिन पाला गिरने का सिलसिला बना रहा। जिससे आलू की बुआई किए किसानों की समस्या बढ़ गई है। पाला व कुहासा से आलू की फसल में झूलसा रोग की संभावना अधिक हो जाती है। कुहासा के बाद धूप लगते ही आलू की लत्ती झूलसने लगती है। कई किसानों ने बताया कि ऐसा मौसम के बाद आलू का पौधा पूरी तरह से गलने लगेगा। कुछ आलू की फसल बच गई तो आलू का आकार सही ढंग से विकसित नहीं हो पाएगा। बिरौली के किसान सुधीर यादव ने बताया कि ऐसा मौसम में किसानों के लिए आफत से कम नहीं है। काफी खर्च कर दो कट्ठा में आलू की फसल बुआई किया था। कुहासा के साथ अब पाला से समस्या होगी। किसान ने बताया कि जो भी फसल बच जाएगा। अब आलू का उत्पादन उस मुताबिक नहीं हो पाएगा। वहीं पाली के छोटे मिश्र ने बताया कि ऐसा मौसम वर्षो के बाद देखने को मिला है। इससे तेलहन व दलहन फसल को नुकसान होगा। कई किसानों ने बताया कि गेंहू के अलावे हर फसल को ऐसा मौसम नुकसान करेगा, खासकर पाला गिरने के बाद तो फसल करीब बर्बाद हो जाएगी।