बेनीपट्टी(मधुबनी)। चार दिनों तक चलने वाले लोक आस्था का महान छठ पर्व शनिवार के सुबह उदीयमान भगवान सूर्य के अर्घ्य के साथ ही पर्व शांतिपूर्ण संपन्न हो गया है। छठ व्रतियों ने उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर परिवार व समाज के सुख-शांति की कामना की। छठ व्रतियों ने 36 घंटे के बाद जल ग्रहण कर उपवास खोला। इससे पहले शुक्रवार की शाम अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया गया। लोक आस्था के महान पर्व को शांतिपूर्ण के साथ कोविड-19 के मद्देनजर सुरक्षित कराने के लिए प्रशासनिक तैयारी सभी छठ घाटों पर दिखाई दी। मुख्यालय के संसारी पोखरा के घाट, सरिसब के बछराजा नदी, जरैल के बड़का तालाब, दामोदरपुर के तालाब घाट, पाली के नदी किनारे भव्य रुप से छठ व्रतियों ने अर्घ्य दिया। वहीं बसैठ के लोहा पुल पर सनातन धर्म सेवा समिति के द्वारा शानदार घाट का निर्माण करा कर छठ पूजा संपन्न कराया गया। देर रात तक छठ घाट पर भजन कीर्तन का दौर चालू रहा। उधर, बेनीपट्टी के उपकारा भवन में भी कैदियों ने व्रत कर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया। जेल प्रशासन के द्वारा इसके लिए उपकारा के अंदर गड्ढा कर पानी की व्यवस्था की गई थी। जहां पानी में उतर कर आधा दर्जन कैदियों ने अर्ध्य दिया। वहीं परजुआर, दहिला, पाली, गम्हरिया, मनपौर, सलहा आदि जगहों पर शांतिपूर्ण पर्व संपन्न कराने के लिए स्थानीय स्तर पर लगातार निगरानी होती रही। अर्घ्य के दौरान एसएचओ सह पुलिस निरीक्षक महेन्द्र कुमार सिंह, सर्किंल इंस्पेक्टर राजेश कुमार, अरेड़ एसएचओ राजकिशोर कुमार, बीडीओ मनोज कुमार आदि अधिकारी लगातार छठ घाटों का जायजा लेते रहे।