जल जीवन हरियाली, बाल विवाह, दहेज उन्मूलन और नशा मुक्ति अभियान के समर्थन में दिनांक 19 जनवरी 2020 को होने वाली मानव श्रृंखला को लेकर जागरूकता अभियान में बेनीपट्टी की बेटी श्रेया सुमन का गाया हुआ गीत पूरे जिले सहित अन्य क्षेत्रों में भी धूम मचा रहा है. श्रेया का यह जागरूकता गीत आज प्रत्येक प्रचार गाड़ी में चल रहा है. जो कि पूरे क्षेत्र में जागरूकता कार्यक्रम में लोगों को जागरुक रहा है. श्रेया के स्वर की मिठास और गाने के शब्द लोगों को बरबस अपना ध्यान आकृष्ट करा रही है.
श्रेया सुमन बेनीपट्टी की रहने वाली है और उनके पिता ललित कुमार ठाकुर पेशे से शिक्षक है. श्रेया के पिता वर्तमान में अनुमंडल कार्यालय में निर्वाचन का कार्य देख रहे हैं. श्रेया के गाये हुए सभी गीत उनके पिता के द्वारा ही लिखा गया है. इस सम्बंध में जब उनके पिता से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि वे मैथिली में कविता और गीत अक्सर लिखते रहते हैं और उच्चैठ महोत्सव में आयोजित परिसंवाद कार्यक्रम में विद्वानों का स्वागत भी उन्हीं के द्वारा लिखी हुई रचना से श्रेया सुमन और उनकी बड़ी बहन श्वेता प्रिया के द्वारा गाया गया था. कुछ दिन पूर्व श्रेया सुमन को टाटा में आयोजित एक कार्यक्रम में मिथिलाक्षर साक्षरता के लिए भी सम्मानित किया गया था. श्रेया छठी क्लास की छात्रा है और बेनीपट्टी के ही नॉलेज डेवलपमेंट किंडर गार्टेन एकेडमी में पढ़ती है. सबसे पहले विद्यालय के कार्यक्रम में अनुमंडल पदाधिकारी बेनीपट्टी मुकेश रंजन के द्वारा उनकी प्रतिभा की पहचान की गई. उसके बाद श्रेया कई स्थानों पर अपने पिता की रचना को लोगों के बीच रखती आ रही है. जिसमें मतदाता जागरूकता गीत, मिथिलाक्षर साक्षरता अभियान गीत, उच्चैठ महोत्सव में स्वागत गान एवं वर्तमान में जल जीवन हरियाली के लिए बनने वाली मानव श्रृंखला हेतु जागरूकता गीत शामिल है. श्रेया सुमन बहुमुखी प्रतिभा की धनी है. श्रेया के विद्यालय के निदेशक दिलीप कुमार झा ने बताया कि वह अपनी कक्षा में प्रथम आती हैं और विद्यालय की सभी गतिविधियों में इनका स्थान सर्वोच्च रहता है. इन्हें भाषण, चित्रकला गीत संगीत में अत्यधिक रुचि है. साथ ही इतनी छोटी उम्र में यह हिंदी में कविता और कहानी भी लिखती है.