बेनीपट्टी(मधुबनी)। बेनीपट्टी के मेघदूतम के सभागार में बुद्धवार को बाल विवाह व दहेज प्रथा के खिलाफ कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में मुखिया की उपस्थिति के जगह मुखियापति उपस्थित थे। बेनीपट्टी व मधवापुर के मुखिया को कार्यशाला में उपस्थित होना था। इसके लिए बाकायदा एसडीएम के स्तर से पत्राचार किया गया था। बावजूद, मुखिया की उपस्थिति काफी नगण्य थी। बताया जा रहा है कि निर्वाचित मुखिया के जगह प्रतिनिधि व कम उपस्थिति को देख एसडीएम ने नाराजगी प्रकट की। इससे पूर्व एसडीएम मुकेश रंजन व बीडीओ साहब रसूल ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यशाला का उद्घाटन किया। कार्यशाला को संबोधित करते हुए एसडीएम ने कहा कि बाल विवाह एवं दहेज प्रथा के कलंक को समाप्त करने के लिए राज्य सरकार तत्परता से लोगों को जागरुक कर रही है। लोगों को जागरुक करने के लिए हर स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। एसडीएम ने कहा कि बाल विवाह के रोकथाम के लिए पंचायत, प्रखंड व अनुमंडल के प्रयास से टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि बाल विवाह व दहेज प्रथा समाज के लिए कलंक है। अगर इस तरह की कोई भी शादी हो तो हर नागरिक का प्रयास होना चाहिए, कि इस तरह की शादी का विरोध करें। विरोध के बाद भी अगर बाल विवाह नहीं रुक रही तो इसकी सूचना प्रशासन को दे, ताकि इस तरह के कृत्य करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। उन्होंने सभी मुखिया को इस तरह के कृत्य की जानकारी हर स्तर पर देने की अपील की। वहीं बीडीओ ने बाल विवाह एवं दहेज प्रथा पर पकड़े जाने पर कानूनी कार्रवाई के प्रावधान की विस्तृत जानकारी दी। मौके पर मधवापुर के सीओ सुधीर कुमार, सीडीपीओ सुशीला कुमारी, बीपीआरओ गौतम आनंद, मुखिया मिथिलेश मिश्र, अमरेन्द्र मिश्र सुगन, अशोक रंजन, किरण देवी, अब्दुल मालिक, विष्णु सहनी समेत कई मुखियापति मौजूद थे।