बेनीपट्टी(मधुबनी)। शिक्षा व्यवस्था को सुचारु रुप से बनाने में संसाधन की कमी परेशान कर रही है। शिक्षकों की कमी तो कही संसाधन की कमी के कारण सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था दिनों दिन चौपट हो रही है। प्रखंड के सलहा पंचायत के ठीकापट्टी गांव में संचालित प्राईमरी स्कूल संसाधन के अभाव में दम तोड़ रहा है। भवन निर्माण योग्य भूमि होने के बाद भी शिक्षा विभाग की ओर से भवन निर्माण के लिए राशि आवंटित नहीं की जा रही है।
वहीं वर्षों पूर्व करीब एक लाख की राशि से निर्मित किचेन शेड की स्थिति ये है कि उक्त भवन में भोजन पकाना तो दूर सही से तीन से चार लोग खड़ा भी नहीं रह सकते है। जिसके कारण एचएम उक्त भवन को चावल रखने के लिए गोदाम के रुप में कार्य ले रहा है। स्कूल के स्थापना काल में निर्मित जर्जर भवन में एमडीएम पकाया जा रहा है। दो चापाकल होने के बाद भी एक चापाकल को बंद कर दिया गया है। एचएम ने बताया कि दूसरा चापाकल के चालू होने पर गांव के अधिकतर परिवार के लोग दिन भर स्कूल के चापाकल से पानी ले जाते है। जिसके कारण पूरे परिसर में जलजमाव हो जाता है। गौरतलब है कि ठीकापट्टी के प्राईमरी स्कूल में फिलवक्त 85 छात्र नामांकित है। जिन्हें शिक्षा ग्रहण कराने के लिए विभाग की ओर से एचएम समेत दो शिक्षक ही तैनात किए गए है। एचएम के विभागीय बैठक अथवा संकुल बैठक में उपस्थित होने पर स्कूल की शिक्षा व्यवस्था पूर्णरुप से चरमरा जाती है। एक शिक्षक के भरोसे अधिक छात्र होने पर सभी छात्रों को शांतिपूर्वक बैठा कर रखा जाता है। वहीं सूत्रों की माने तो स्कूल के शिक्षा का स्तर काफी नीचे है।
मनमानी की जा रही है। इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी मीना कुमारी ने बताया कि संसाधन की कमी को पूरा करने के लिए विभाग को पत्राचार किया जाएगा।