बेनीपट्टी(मधुबनी)। धार्मिंक व राजनीतिक धरोहरों से ओत-प्रोत प्रखंड के पश्चिमी भूभाग अवस्थित शाहपुर का शिवनगर गांव में विवाह व नाट्य भवन अब तक अधूरा ही पड़ा हुआ है। योजना के अपूर्ण होने के कारण उक्त भवन को स्थानीय लोग अतिक्रमण कर माल-मवेशी बांध रहे है। जबकि विवाह व नाट्य भवन के पूर्ण होने पर लोगों को कन्यादान अथवा ग्रामीण स्तर पर रंगमच की परेशानी खत्म हो जाती है। परंतु, विभाग के पेंच के कारण उक्त योजना शिलान्यास के बाद से ही फंसा हुआ है। जानकारी के अनुसार शिवनगर के ब्रह्मस्थान के समीप करीब चौदह लाख की लागत से विवाह भवन एवं नाट्य भवन का आधारशीला तत्कालीन विधान परिषद् के सभापति सह शिवनगर निवासी पंडित ताराकांत झा ने वर्ष-2011 में रखा था। शिलान्यास के बाद संबेदक की ओर से निर्माण कार्य प्रारंभ कर ढलाई वर्क से पूर्व ही कार्य को अनायास कारणों से बंद कर दिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि उक्त समय में संबेदक की ओर से जानकारी दी गई कि फंड के अभाव के कारण निर्माण कार्य को ठप कर दिया गया है। लेकिन, अन्य ग्रामीणों को ये बात हजम नहीं हो रही है। शिवनगर गांव के समाजसेवी काशीनाथ झा मंगल, कौशल झा, रमण कुमार झा, दीपक कुमार झा मंटू समेत कई लोगों ने बताया कि इस योजना की पूर्ण जांच होनी चाहिए। फंड के संबंध में जानकारी गलत दी जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि संबेदक का अगर इरादा साफ होता तो शिलान्यास बोर्ड में योजना की प्राक्कलित राशि को अवश्य रुप से अंकित कराता। ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से उक्त योजना की पूर्ण जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग की है। बता दें कि शिवनगर के वार्ड न0-12 के ब्रह्मस्थान स्थिति बिहार सरकार की भूमि पर पूर्व सभापति स्व. ताराकांत झा के पहल पर क्षेत्रीय विकास योजना के तहत लाखों रुपये की लागत से जानकी विवाह एवं नाट्य भवन का निर्माण कराना था। जिसमें चार कमरों का भवन समेत एक शौचालय का निर्माण कराना था। उधर, पूर्व सभापति स्व. ताराकांत झा के करीब चार वर्ष पूर्व निधन के बाद उक्त योजना की सुध तक नहीं ली जा रही है। इस संबंध में पूछे जाने पर अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश रंजन ने बताया कि उक्त विवाह एवं नाट्य भवन के अधूरा रहने की जानकारी नहीं थी। जानकारी ली जा रही है कि आखिर किस वजह से भवन का निर्माण पूर्ण नहीं हुआ।