बेनीपट्टी(मधुबनी)। बेनीपट्टी प्रखंड के मेघवन पंचायत में ईद पर्व के समापन होने के बाद ईद मिलन समारोह का आयोजन कर दोनों समुदाय के लोगों को एकजुटता के साथ एकता का पैगाम लोगों को दिया। मिलन समारोह में उपस्थित लोगों ने एक दूसरे को गले लगाकर आपसी भाईचारगी का संदेश दिया। समारोह को संबोधित करते हुए एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने ईद मिलन समारोह को ऐतिहासिक बताया। बोले एक स्थान पर दोनों समुदाय के लोग एकत्र होकर आपसी भाईचारगी का परिचय दे रहें है, यह भारत की सभ्यता और संस्कृति को दर्शाता है। बोले इस तरह के कार्यक्रम से सभी को सीख लेने की जरूरत है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व सेवानिवृत्त शिक्षक धर्म नारायण झा (विमल बाबू) ने कहा कि ईद आपसी भाईचारे का त्यौहार है। जिसमें गले मिलने के बाद सारे गिले शिकवे दूर हो जाते हैं। विशिष्ट अतिथि राजेंद्र मिश्र विद्यार्थी ने अपने संबोधन में इलाके के विकास के लिए बच्चों को तालिम देने पर जोर दिया। बोले शिक्षित समाज से बेहतर समाज का निर्माण होता है। वहीं सर्किल इंस्पेक्टर प्रवीण मिश्रा ने कहा कि सभी को सदैव आपसी भाईचारगी से मिलजुलकर रहना चाहिए। वही बेनीपट्टी थाना अध्यक्ष हरेराम शाह ने कहा कि भारत का हर पर्व मेल मोहब्बत का पैगाम देता है। समारोह के मुख्य वक्ता सनाउल्लाह ने कहा कि हर इंसान सम्मान का पात्र है और हर इंसान बराबरी का हकदार है। उन्होंने कहा कि इस दुनिया में इंसानियत ही सबसे बड़ा धर्म है, और हर धर्म हमें यही सिखाता है। सामाजिक कार्यकर्ता हाफिज हस्सान बदर ने कहा कि आज समाज में हर तरफ सिर्फ झगड़े, फसाद का जहर फैलाया जा रहा है, लेकिन कुछ लोगों की वजह से देश के लोगों के बीच आपसी भाईचारा कभी खत्म नहीं होगा। ईद के मौके पर हर साल आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम के बारे में इक़बाल अहमद ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने का उद्देश्य यही है कि लोगों में आपसी भाईचारा बना रहे और सब लोग एक दूसरे को समझ सकें, ताकि इस समाज में भाईचारे और एकता, सद्भाव को बल मिल सके। ऐसे आयोजन से फिरकापरस्त ताकतें भी नाकाम होंगी, जो धर्म के नाम पर एक हिंदुस्तानी को दूसरे हिंदुस्तानी से लड़ाने का प्रयास कर रही हैं। समापन समारोह के दौरान “जमाते इस्लामी हिन्द“ नजरा यूनिट के आयोजक हाफिज मोहम्मद अली ने आए हुए मेहमानों व मौजूद लोगों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में विशेष रूप से अशोक चौधरी, नज़ीर अहमद, उमर तारिक, महमूद आलम, इक़बाल अख्तर, इंजीनियर जेया अर्शी, सुल्तान ज़फर, मोहम्मद मुनाफ (लाडले), परवेज़ आलम, मो० असद, बचनू मंडल, नासिर हुसैन, अम्मार यासिर, आयतुल्लाह, अमानुल्लाह अमान (अन्नू), राम प्रमोध यादव, प्रभु यादव, बसंत पासवान, रविंद्र राम, आदि मौजूद थे।