बेनीपट्टी(मधुबनी)। बिजली विभाग के दोहरे चरित्र के कारण भुखमरी के कगार पर पहुँच गया है, बेनीपट्टी का बिजली मिस्त्री मुन्ना पाठक। स्थिति इस कदर खराब हो गयी है कि बिजली मिस्त्री के दोनों बेटों की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है। उधर, बिजली मिस्त्री अपने आजीविका को छोड़कर विभाग से भुगतान प्राप्त करने के लिए सरकारी कार्यालयों की खाक छान रहा है। जिस कारण वो अपना आजीविका के लिए कार्य भी नहीं कर पा रहा है। बिजली मिस्त्री मुन्ना पाठक ने बताया कि 14 वर्ष तक अंधेरे में रख कर उनसे विभाग के अधिकारियों ने कार्य लिया। जब मानवबल में नियुक्ति का समय आया तो, दोहरे मापदंड अपना कर उनसे नजराना की मांग की गई। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वे समय पर पचास हजार की व्यवस्था नहीं कर सके, जिसके कारण उनकी अनुशंसा नहीं कि गयी। वही श्री पाठक ने बताया कि विभाग ने उनके साथ दोहरा चरित्र अपनाते हुए उन्हें वर्षो कराए गए कार्य का भुगतान भी नहीं किया।
जिसके कारण उनकी आर्थिक स्थिति और कमजोर हो गयी है। परिवार का आजीविका चलाने के लिए वे काफी कर्ज ले चुके है। स्थिति के संबंध में अधिकारियों को कई बार गुहार लगाई गई, लेकिन अब तक किसी भी स्तर से उनके समस्याओं का निदान नहीं किया जा सका है। श्री पाठक ने सवाल किया कि जब उन्हें भुगतान नहीं देना था, तो किस आधार पर उनसे लगातार कार्य लिया गया। उधर, राजद के अनुमंडल संयोजक सह पूर्व अध्यक्ष विजय यादव, पूर्व उप प्रमुख सह राजद नेता रामविनय प्रधान, महादलित नेता रामवरण राम समेत कई राजनीतिक दलों के नेताओ ने बिजली विभाग के अधिकारियों से मसले को शीघ्र निदान किए जाने की मांग की है।