बेनीपट्टी(मधुबनी)। मधवापुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का सेमी ऑटो एनलाइजर मशीन करीब तीन साल से बंद है। फलस्वरुप, प्रति दिन करीब डेढ़ सौ रोगियों की समुचित जांच नहीं हो पा रही है। बावजूद स्वास्थ्य विभाग मशीन को चालू कराने में नाकाम दिखाई दे रही है। गौरतलब है कि वर्ष 2012 में पीएचसी में सेमी ऑटो एनलाइजर मशीन लगाया गया था। उस समय तत्कालीन प्रभारी द्वारा केमिकल उपलब्ध कराया जा रहा था। जिससे इलाज कराने आए रोगियों को दर्जनों तरह के बीमारियों की जांच मुफ्त में हो जाती थी। मरीजों को जांच होने से दूसरे जिलों के जांच घर का चक्कर लगाना नहीं पड़ रहा था। जिससे रोगी एवं उनके परिजनों को आर्थिक बचत भी होती थी। लेकिन, वर्ष 2015 से मशीन में प्रयुक्त होने वाले एक भी केमिकल की आपूर्ति पीएचसी प्रबंधन द्वारा नहीं किया जा रहा है। जिसके कारण बायोकेमेस्ट्री से होने वाली एक भी जांच यहां नहीं की जा रही है। इससे जहां लाखों रुपये के मशीन उपलब्ध रहने के बाद भी रोगियों को समुचित जांच का लाभ नहीं मिल पा रहा है। ढाई लाख के इस मशीन से ब्लड शुगर, ब्लड यूरिया, सिरम क्रिटनीन, एलएफटी, केएफटी, सिरम इलेक्ट्रोलाइट, लिपिड प्रोफाइल सहित बायोकेमेस्ट्री से होने वाले सभी तरह की जांच की जाती है। इससे डायबिटीज, हॉर्टडिजीज, जॉंडिस, किडनी फेल, लीवर, हेपेटाइटिस सहित एक से डेढ़ सौ तरह की बीमारियों की जांच की जा सकती है। अर्थात जितने तरह के केमिकल उपलब्ध कराया जाएगा उतने प्रकार की बीमारियों की जांच कर पता लगाया जा सकता है। इस पीएचसी में सिर्फ एचआईवी, हीमोग्लोबिन, विडीआरएलए बलगम एवं कालाजार की ही जांच की जा रही है। जिससे रोगियों और परिजनों को भारी परेशानी होती है। पीएचसी प्रभारी डॉ सुधाकर मिश्र ने बताया कि जनहित में जल्द ही पीएचसी स्तर में प्रयुक्त होने वाले केमिकल की खरीदारी के लिए संबंधित कंपनी को आपूर्ति के लिए लिखा जाएगा। केमिकल उपलब्ध होते ही सभी प्रकार की जांच की सुविधा रोगियों को दी जाएगी।