बेनीपट्टी(मधुबनी)। प्रखंड के मेघदूतम के सभागार में गुरुवार को जिला मत्स्य पदाधिकारी सूर्यप्रकाश राम के उपस्थिति में प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारी पुरेन्द्र कुमार सिंह ने प्रखंड के प्रशिक्षित पचास मछुआरों को प्रशिक्षित होने का प्रमाणपत्र दिया। प्रशिक्षण शिविर के समापन पर प्रखंड विकास पदाधिकारी ने मछुआरों को संबोधित करते हुए कहा कि अब आप लोग प्रशिक्षण प्राप्त कर सही ढंग से मछली पालन कर आय का श्रोत बढ़ा सकते है। तालाब की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की बात कहते हुए बीडीओ ने कहा कि मछली में होने वाले बीमारियों का पता अब आप आसानी से लगा सकते है। सीओ ने कहा कि प्रशिक्षण लेने से मछुआरा रोगमुक्त मछली का उत्पादन कर सकते है। सीओ ने मछली पालकों से तालाब की भौतिक स्थिति में सुधार हेतु मत्स्य पालन के पूर्व तालाब के बांध, आउटलेट, इनलेट आदि को ठीक कर लेना आवश्यक है, ताकि बाहरी मछली उक्त तालाब में प्रवेश नहीं कर सके। जलीय पौधे की सफाई करने की बात सीओ ने कही। सीओ ने कहा कि जलीय पौधे होने से आवश्यक पौष्टिक तत्वों का खात्मा, मछली के शत्रुओं को आश्रय प्रदान करना, नेटिंग एवं शिकारमाही में बाधा उत्पन्न करना है। वहीं मछुआ सोसायटी के अंचल मंत्री सुधीर सहनी ने बताया कि मछुआरों के तीन दिवसीय प्रशिक्षण से मछुआरा अब सही तरीके से मछली पालन कर सकते है। उधर प्रशिक्षण प्रमाणपत्र प्राप्त करने पर मछुआरों ने विभाग के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की। गौरतलब है कि बेनीपट्टी के पचास मछुआरों को राष्ट्रीय मत्स्यिकी विभाग की ओर से प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण प्रमाणपत्र दिलाने के बाद विभाग की ओर से सभी प्रशिक्षित मछुआरों को बर्री के बेहटा गांव के मछली हेचरी का निरीक्षण कराया। मौके पर जिला मत्स्य पदाधिकारी सूर्यप्रकाश राम, राजेश यादव, जिला मत्स्य प्रसार पदाधिकारी राजेश रंजन, रविकांत, संतोष चौबे, अनुपम कुमार, संजीव सुमन, विनोद सहनी, रीता देवी, मनीषा देवी समेत कई लोग मौजूद थे।