बेनीपट्टी (मधुबनी)। बेनीपट्टी पंचायत के सात निश्चय योजना की फर्जी निकासी के मामले की जांच गुरुवार को एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने की। एसडीपीओ ने बैंक में पहुंच कर सात निश्चय योजना के खातों एवं चेक के नमूनों की जांच कर नामजद आरोपितों को गिरफ्तार करने का निर्देश दिया। एसडीपीओ बैंक में करीब एक घंटे से अधिक पूरे मामले की जांच की। इस दौरान फर्जी निकासी के मामले के सूत्रधार रामबाबू यादव के बैंक खातों की अद्यतन जानकारी ली। उधर सूत्रों की माने तो पुलिस सात निश्चय योजना की राशि को आरोपितों ने किस श्रोत के माध्यम से खर्च की है, उसकी जानकारी लेने में जुटी हुई है। जबकि सूत्रों की बातों पर भरोसा करें तो उक्त राशि से आरोपी ने व्यवसाय में लगाया है। जिसकी तह खंगालने में पुलिस जुटी हुई है। गौरतलब है कि बेनीपट्टी के वार्डों में विकास कार्यों के लिए बिहार सरकार ने राशि प्रदान की थी। उक्त राशि में से करीब 79 लाख रुपये की निकासी अवैध तरीके से कर ली गयी। उक्त मामले की जानकारी होते ही हड़कंप मच गया। जांच के दौरान उक्त राशि पंचायत सचिव व मुखिया के संयुक्त हस्ताक्षर पर अग्रोपट्टी गांव के रामबाबू यादव ने निकासी एवं खाता पर ट्रांसफर किया है। जांच रिपोर्ट के बाद डीएम के निर्देश पर बीपीआरओ गौतम आनंद ने बेनीपट्टी थाना में गत 12 फरवरी को मुखिया विमल देवी, मुखिया पति गनौर सदाय, पंचायत सचिव शिवनारायण यादव, रामबाबू यादव एवं बैंककर्मी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी। उधर सूत्रों की माने तो पुलिस के कार्रवाई की भनक लगते ही मुख्य आरोपी रामबाबू यादव नेपाल में शरण ले लिया है। जिसके कारण अब तक पुलिस रामबाबू यादव तक नहीं पहुंच पायी है। एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि पुलिस निकासी मामले की जांच प्रारंभ कर दी है। आरोपितों पर लगाए गये आरोप सत्य प्रतीत हो रहा है। सभी आरोपितों को गिरफ्तार करने का निर्देश जारी कर दिया गया है। जांच के दौरान पुलिस निरीक्षक (सर्किल) प्रवीण कुमार मिश्रा समेत बैंक प्रबंधक अशोक कुमार एवं अन्य कर्मी मौजूद थे।