बेनीपट्टी (मधुबनी)। शिक्षा के अधिकार कानून को विभाग ने लागू कर संसाधन की कमी को दूर नहीं कर पाया। बेनीपट्टी प्रखंड के कई विद्यालय शिक्षक विहीन तो कई विद्यालय के पास भवन नहीं है। जिसके कारण छात्रों को पढ़ाई तो दूर सही से स्कूल में बैठना भी नसीब नहीं हो रहा है। प्रखंड के परजुआर डीह स्थित प्राथमिक विद्यालय का आलम कुछ ऐसा ही है। परजुआर डीह के विद्यालय में फिलहाल 231 छात्र व छात्राएं नामांकित है। परंतु बच्चों के शिक्षा के लिए विभाग की ओर से भवन का निर्माण नहीं कराया गया। वर्षो पूर्व भवन के निर्माण के लिए राशि दी गयी, परंतु समय पर उक्त राशि से भवन का निर्माण नहीं कराया गया। जिसके कारण राशि वापस कर दी गयी। आलम ये है कि भवन के अभाव में स्कूली छात्र भेंड़-बकरी की तरह बैठकर पढ़ाई करने को विवश है। उपस्कर के अभाव के कारण जमीन पर बैठकर पढ़ना छात्रों की नियति बन गयी है। वहीं बारिश के मौसम में तो स्कूल लगभग बंद की स्थिति में आ जाता है। स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक विपिन कुमार महतो ने बताया कि संसाधन विहीन स्कूल को काफी प्रयासों के बाद सुधार करने में सफल हुआ हूं। विभाग को भवन के लिए पत्राचार किया जा चुका है। राशि आते ही भवन का निर्माण कराया जाएगा। गौरतलब है कि उक्त विद्यालय में शौचालय एवं किचेन शेड का भी निर्माण नहीं कराया गया है। एनजीओ के द्वारा निर्मित शौचालय जहां ध्वस्त हो चुका है। वहीं विभाग के द्वारा एक शौचालय की व्यवस्था की गयी है। जिसके सहारे सैंकड़ों छात्र शौच कर पाते है।