बेनीपट्टी (मधुबनी)। बेनीपट्टी प्रखंड के शाहपुर पंचायत के शिवनगर गांव में पूर्व सभापति पंडित ताराकांत झा के सतत प्रयास से निर्मित जलमीनार उद्घाटन के बाद से उद्धारक की बाट जोह रहा है। उद्घाटन में हुई विभागीय ताम-झाम के बाद विभाग जहां इस महत्वपूर्ण योजना को भूल बैठा, वहीं ग्रामीण भी विभाग की लापरवाही का दोष मढ़ कर खामोश हो गये। स्थिति ये है कि लाखों की राशि से निर्मित जलमीनार न सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गयी है, बल्कि, लोगों को मूंंह चिढ़ाने के काम आ रही है। मिली जानकारी के अनुसार वर्ष-2013 में एनडीए सरकार के दौरान पीएचईडी विभाग से लाखों रुपये की राशि व्यय कर एपीएचसी परिसर में जलमीनार व मशीन लगाया गया। तत्कालीन मंत्री चंद्रमोहन राय ने इस जलमीनार योजना का उद्घाटन कर विभाग की ओर से कराये गये ऐतिहासिक कार्य का जमकर बखान किया। परंतु, उद्घाटन के बाद विभाग ने इस जलमीनार की ओर से मूंह मोड़ लिया। जिसके कारण आज न सिर्फ जलापूर्ति योजना से लोगों को लाभ नहीं मिल रहा है। बल्कि, इस मशीनघर में जंगली घास उग आये है। जिससे साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि विभाग इस जलमीनार के प्रति कितना सजग है। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार शिवनगर गांव के आसपास के इलाके के लोगों को शुद्ध पेयजल मुहैया कराने के लक्ष्य से जलमीनार का निर्माण कराया गया था। विभाग के द्वारा आनन-फानन में जलमीनार का निर्माण तो कराया गया, परंतु लोगो के घरों तक पानी की सप्लाई करने के लिए पाईप ही नहीं गाड़ सका। जिसके कारण आज भी जलमीनार सफेद हाथी साबित हो रहा है। समाजसेवी उत्तीम महतो, दीपक कुमार झा मंटू, विजय चौधरी सहित कई लोगों ने बताया कि विभाग कभी भी लोगों को जलापूर्ति कराने की पहल ही नहीं की। जिसके कारण आज भी जलमीनार सूखा पड़ा हुआ है। वहीं काशीनाथ झा मंगल, कौशल झा, भगवान झा सहित कई लोगों ने विनोद नारायण झा के पीएचईडी मंत्री बनने पर जलमीनार के चालू होने की उम्मीद की है। लोगों ने जल्द ही जलमीनार के माध्यम से जलापूर्ति कराने की मांग की है।