बेनीपट्टी (मधुबनी)। बेनीपट्टी प्रखंड कार्यालय स्थित पीएचईडी के कार्यालय में झूलता ताला अब तक अबूझ पहेली बना हुआ है। एसडीएम आवास के बाहर वर्षों से संचालित पीएचईडी के कार्यालय में हमेशा ताला लटकता नजर आता है। ऐसे में विभागीय कार्यों की हालत को समझना सहज है। फलस्वरुप विभाग की ओर से गड़े सभी जलापूर्ति योजना के जलमीनार बंद पड़े है। जबकि कथित कार्यालय परिसर में लाखों रुपये के पाईप धूप-पानी में रहकर जंग खा रहा है। स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि कार्यालय परिसर में ही करीब पांच वर्ष पूर्व निर्मित जलमीनार उद्घाटन के बाद से ही उद्धारक की बाट जोह रहा है।कार्यालय परिसर की नियमित साफ-सफाई नहीं होने के कारण पूरे परिसर में जंगली पौधे उग आये है। जिसे साफ करना भी विभागीय कर्मी अपना दायित्व नहीं समझ पा रहे है। जबकि पीएचईडी कार्यालय प्रखंड कार्यालय के समीप संचालित है। शनिवार को उक्त कार्यालय का जायजा लेने पर कार्यालय के कर्मी कृपानंद मिश्रा मिले। जानकारी मिली की विभागीय कार्य के अधिकारी क्षेत्र भ्रमण पर रहते है। वहीं पांच चापाकल मिस्त्री कार्यरत होने की भी जानकारी मिली। श्री मिश्रा ने बताया कि नाईट गार्ड से लेकर जलमीनार के ऑपरेटर का कार्य खुद करना पड़ता है। मिथिला स्टूडेंट यूनियन के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी विदेश्वर नाथ झा विकास ने बताया कि पीएचईडी विभाग का कार्यालय अब तक खुला हुआ नहीं पाया गया है। जिसके कारण विभाग के कार्य से आये लोग भटकते रहते है। वहीं श्री झा ने बताया कि कई सरकारी चापाकल खराब अवस्था में रहने के बावजूद कर्मी सही नहीं कर पाते है। श्री झा ने कहा कि जल्द ही विभागीय कार्यालय के नियमित संचालन के लिए एसडीएम सहित वरीय अधिकारी को पत्र लिख कर कार्रवाई करने की गुहार लगाई जाएगी। इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी डा. अभय कुमार ने बताया कि पीएचईडी कार्यालय में कोई भी प्रतिनियुक्त नहीं है। प्रखंड समनव्यक है, लेकिन क्षेत्र भ्रमण के कारण कार्यालय में नहीं होते है। विभागीय अधिकारी को पत्र लिख कर समस्या के संबंध में अवगत कराया जाएगा।