बेनीपट्टी (मधुबनी)। अंचल प्रशासन के लापरवाही के कारण मुख्यालय में अतिक्रमण का चेहरा विकराल होता जा रहा है। अतिक्रमणकारी सार्वजनिक स्थलों के साथ सरकारी कार्यालयों के सामने भी अतिक्रमण का खेल कर रहे है। बावजूद अंचल प्रशासन चुप्पी साधे हुए है। जिसके कारण आये दिन लोगों की परेशानी बढ़ रही है। अतिक्रमण के कारण स्थिति इतनी बद्तर होती जा रही है कि सड़क के किनारे खड़ा होने में भी लोगों को समस्या हो रही है। प्रशासन के नाकामी के कारण उपडाकघर के समीप वर्षों पूर्व निर्मित शहीद भवन अतिक्रमण के चपेट में आ गया है। अतिक्रमणकारी शहीद भवन के मुख्य द्वार के समीप अस्थाई रुप से दिन भर दुकान का संचालन कर रहे है। जिसे देख अन्य दुकानदार भी अब अतिक्रमण के खेल में जुट गये है। जबकि करीब दो वर्ष पूर्व पूरे बाजार को अतिक्रमण से मुक्त करा दिया गया था। शहीद भवन के उपयोग के लिए बनी थी कमेटी करीब दो वर्ष पूर्व पूरे बाजार को अतिक्रमण से मुक्त कराकर तत्कालीन एसडीएम राजेश मीणा बुजेटा एवं पुलिस उपाधीक्षक राजेश कुमार सिंह प्रभाकर ने शहीद भवन को साफ-सफाई एवं जीर्णोद्धार कराकर शहीद भवन के उपयोग के लिए बीडीओ व एसएचओ के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन किया था। जिसमें सभी क्षेत्र के प्रतिनिधि शामिल थे। बैठक में शहीद भवन के उपयोग सामूहिक बैठक अथवा विवाह के पंडाल बनाने एवं अधिकारियों के खुला बैठक के लिए करने का निर्णय लिया गया था। उक्त समय साफ-सफाई होने के बाद शहीद भवन परिसर में राजनीतिक दल की बैठक के साथ कई सामाजिक बैठक भी आहूत की गयी। परंतु सूत्रों की माने तो बनी कमेटी के सदस्यों के व्यस्तता के कारण एवं पदाधिकारियों के तबादले के बाद शहीद भवन की बनी कमेटी कागजों पर ही सिमट कर रह गयी। उपरांत पूर्व एसडीएम राजेश परिमल ने भी कमेटी को सशक्त बनाने के लिए एक-दो बैठकें की, परंतु मामला बैठक तक ही सिमट कर रह गया। स्थिति आज ये है कि उक्त शहीद भवन में सिर्फ झंडोतोलन के अलावे कोई कार्य नहीं होता है। जिसके कारण प्रशासनिक चहलकदमी दूर हो गयी, ओर कमेटी में शामिल प्रबुद्धजन भी किनारे हो गये। अतिक्रमण की समस्या होगी खत्म : रंजन अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश रंजन ने बताया कि पूरे बाजार से अतिक्रमण को समाप्त करने के लिए सीओ को निर्देश दिया गया है। अतिक्रमण की समस्या पर स्थानीय दुकानदारों के साथ भी बैठक हुई थी। उसमें भी निर्देश दिया गया है। निर्देश का पालन नहीं करने पर कार्रवाई की जाएगी। शहीद भवन को भी हर हाल में अतिक्रमणमुक्त कराने के पहल किये जायेंगे।