बेनीपट्टी (मधुबनी)। स्वच्छता अभियान के प्रति जागरुक शायद बर्री के मध्य विद्यालय तक नहीं पहुंच पायी है। स्कूल के मैदान व पूर्व जर्जर मकान के परिसर में लगा कचरों का अंबार स्वच्छता अभियान के प्रति जागरुक होने की पोल खोल रहा है। परिसर में व्याप्त कचरों के अंबार के कारण छात्र-छात्राओं को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। बावजूद स्कूल प्रशासन परिसर की साफ-सफाई नहीं करा रही है। जबकि स्वच्छता के प्रति शिक्षा विभाग अलख जगाने का काम कर रही है। गौरतलब है कि बर्री के मध्य विद्यालय के पश्चिमी भाग अवस्थित विद्यालय के तीन पूर्व के जर्जर खपरैल मकान में कचरों का अंबार है। उसी के सामने स्कूल का चापाकल गड़ा हुआ है। जिससे छात्र व छात्राएं पानी लेती है।स्कूल की चहारदिवारी का निर्माण नहीं होने से स्थानीय लोग भी उक्त विद्यालय के समीप कचरा लगा देते है। शिक्षक व संसाधन की घोर किल्लत से जूझ रहा स्कूल बर्री मध्य विद्यालय में विभाग की लापरवाही के कारण शिक्षक व संसाधन की घोर किल्लत बनी हुई है। स्कूल की एक ओर जहां चहारदिवारी का निर्माण नहीं कराया गया है। वहीं तीन चापाकल में एक चापाकल वर्षों से खराब अवस्था में पड़ा हुआ है, तो वहीं शौचालय की स्थिति संतोषजनक नहीं है। स्कूल में नामांकित करीब 463 छात्र व छात्राओं के लिए महज तीन शिक्षक ही उपलब्ध है। एक शिक्षक संकुल समनव्यक के पद पर होने के कारण विभागीय कार्य से अक्सर स्कूलों का दौरा करते रहते है। उधर सूत्रों की माने तो विकास मद की राशि होने के बाद भी स्कूल को संसाधन से लैस नहीं किया जा रहा है। कहते है विद्यालय प्रभारी इस संबंध में पूछे जाने पर बर्री मध्य विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक ने बताया कि चहारदिवारी के निर्माण लायक राशि उपलब्ध नहीं है। साफ-सफाई कराने के बाद भी चहारदिवारी नहीं होने के कारण गंदा लग जाता है। राशि उपलब्ध होते ही चहारदिवारी का निर्माण करा दिया जाएगा।