मधुबनी। बिकास झा : बीते शुक्रवार को अमेरिका में सड़क हादसे में मारे गये मधुबनी जिले के सकरी थाना क्षेत्र अंतर्गत विक्रम बलिया गांव के भाष्कर झा के साथ उनकी पत्नी व बच्चों के शवों के भारत लाने की प्रक्रिया में लेट लतीफी होने से लम्बा इतंजार करना पड़ रहा है। परिजनों अनुसार, बीते आठ जनवरी को दुर्घटना हुई, लेकिन अभी तक कहीं से कोई सहायता नहीं मिली है।
अमेरिका के ओकलाहामा में हुई दुर्घटना : हादसा बीते आठ जनवरी को अमेरिका के ओकलाहोमा प्रांत के हाइवे-69 पर मेयस काउंटी के करीब हुआ। भास्कर झा व पांच अन्य जिस मिनी वैन में सवार थे, उसकी एक ट्रैक्टर-ट्रेलर से टक्कर हो गई। सड़क गीली और वैन की रफ्तार काफी तेज होने के कारण यह हुर्घटना हुई।
दुर्घटना में मारे गए पति-पत्नी व दो बच्चे : दुर्घटना में मरने वालों में मधुबनी के सकरी थाना क्षेत्र अंतर्गत विक्रम बलिया गांव के मूल निवासी और सकरी के एक निजी स्कूल में शिक्षक रमाशंकर झा के पुत्र भास्कर झा (36), उनकी पत्नी अन्नू झा (32) तथा चार साल की बेटी व दो साल का बेटा शामिल हैं। भास्कर झा सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी 'कोग्नीजेंट' में काम करते थे। वे पांच साल पहले अमेरिका गए थे। भास्कर ने बीएचयू से उन्होंने मैथेमेटिक्स में स्नातक की डिग्री हासिल कर रखी थी।
शवों को भारत लाने की प्रक्रिया में उलझे परिजन : भास्कर झा के पिता रमाशंकर झा ने बताया कि उनके बेटे का पूरा परिवार समाप्त हो गया। अब वे शवों के भारत आने का इंतजार कर रहे हैं। फिलवक्त अन्य परिजनों के साथ रमाशंकर झा वाराणसी में हैं, जहां शवों के पहुंचने पर उनका अंतिम संस्कार करने की योजना है। भास्कर झा के छोटे भाई प्रेम शंकर दिल्ली में शवों को भारत लाने की प्रक्रिया में भाग-दौड़ कर रहे है। कहीं से कोई सहयोग नहीं मिलने के कारण पूरा परिवार काफी परेशान है। हालांकि, पता चला है कि विदेश मंत्रालय ने न्यूयॉर्क स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास को इस मामले में पीडि़त परिवार को समुचित मदद देने का निर्देश दिया है। परिजन कहते हैं कि वे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मिलकर मदद की गुहार लगाना चाहते हैं। इसके लिए भी वे प्रयासरत हैं।