कन्हैया मिश्रा:राजनीति में अपराधियों का शामिल होकर माननीय बनने का सिलसिला जारी है।बिहार विधानसभा चुनाव खत्म होने के बाद एडीआर की आयी रिपोर्ट में बताया गया है कि बिहार विधानसभा चुनाव में निर्वाचित 96 एमएलए पर गंभीर हत्या व अपहरण के मामले चल रहे है।इलेक्शन वाॅच और एसोसिएशन फाॅर डेमोक्रेटिक रिफाॅम्र्स के मुताबिक बिहार में 142 विधायकों पर आपराधिक रिकार्डस दर्ज है।जिसमें 96 विधायक ऐसे है जिन पर गंभीर हत्या व अपहरण जैसे संगीन आरोप है।इन विधायकों में 11 पर हत्या,29 पर हत्या के प्रयास करने, 09 विधायकों पर अपहरण व 13 पर रंगदारी वसूलने के मामले चल रहे है।पार्टी स्तर की बात करे तो राजद के 80 विधायक में से 46 विधायक,जेडीयू के 37,बीजेपी के 34,कांग्रेस के 16,सीपीआई(एमएल)(एल) के तीन,रालोसपा के एक व लोजपा के 2 विधायक पर गंभीर आरोप है।जानकारी दें कि विधानसभा चुनाव में 3450 प्रत्याशियों के द्वारा दिये गये शपथ पत्र के आधार पर जांच के बाद जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि सभी प्रत्याशियों के शपथ पत्र के जांच के बाद कुल 1038 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले होने की जानकारी मिली।जिसमें 796 उम्मीदवारों पर हत्या, हत्या के प्रयास,धार्मिक उन्माद फैलाने,अपहरण व महिलाओं पर अत्याचार करने के गंभीर आरोप थे।रिकार्ड के मुताबिक बीजेपी के 157 उम्मीदवार में से 95,जेडीयू के 101 उम्मीदवार में से 58 ने शपथ पत्र में जानकारी दी कि उन पर आपराधिक मामले चल रहे है।वहीं आरजेडी के 101 प्रत्याशियों में 61,कांग्रेस के 41 प्रत्याशियों में 23 पर मामले चल रहे है।वहीं 1150 निर्दलीय प्रत्याशियों में से 259 प्रत्याशियों पर आपराधिक मामले चल रहे है।गंभीर मामले की बात करें तो सबसे अधिक राजद के 31 व जदयू के 24 विधायकों पर चल रहे है।कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी रहे अजय कुमार पर हत्या के आठ मामले तो बीजेपी के शाहपुर विधानसभा के प्रत्याशी विशेश्वर ओझा पर हत्या के प्रयास के 10 मामले है।गौरतलब हो कि दोंनो प्रत्याशी चुनाव में हार गये है।