विस चुनाव। बिकाश झा : बिहार विधानसभा चुनाव में धीरे धीरे टिकट बंटवारे के साथ सरगर्मी तेज होती जा रही है। कहीं कोई टिकट के लिये प्रेस कांफ्रेस में ही फफक-फफक कर रो पड़ता है तो कोई आत्मदाह का धमकी तक दे रहा है। इस बीच पूर्वी चंपारण के नरकटियागंज विधानसभा क्षेत्र जो की महागठबंधन से कांग्रेस के पाले में आये नरकटियागंज विधानसभा क्षेत्र से टिकट की दावेदार स्थानीय जिला पार्षद रानी तिवारी ने अपने टिकट कटने पर फेसबुक वाल पर उदास चेहरे के साथ दुःख जाहिर करती हुई कांग्रेस पार्टी को थैंक्स कहती हुई दिखाई दी।
उन्होंने अपने फेसबुक वाल पर लिखा है
"शायद उनका आखिरी हो ऐ सितम, हर सितम ये सोच कर हम सह गये..दिल के अरमां आंसूओं में बह गये...थैंक्स कांग्रेस"
उन्होनों टिकट कटने के बाद कहा है की मुझे काफी दुःख के साथ कहना पड़ रहा है की बीजेपी की तुलना कांग्रेस में महिलाओं की भागीदारी ना के बराबर है सिर्फ पूर्वी चंपारण में बीजेपी ने 3 महिला उमीदवार दिया है। आप सब जानते है की 2010 के विधान सभा चुनाव में पूर्वी चंपारण के 9 सीटों पर एक पर भी महिला उमीदवार नहीं दिया गया। नतीजा रहा की एक भी सीट पर डंका नहीं बजा। इस से लग रहा है की अब महागठबंधन का तो भगवान ही मालिक है क्या होगा। साथ ही अपने राजनितिक भविष्य के लिये लोगो से राय मांगी है। जानकारी के अनुसार रानी तिवारी और मधु वर्मा जो की इस सीट की प्रबल महिला दावेदार थी। लेकिन भितरघाती राजनीति के कारण इस सीट से महिला उमीदवार के बजाय अन्य को खड़ा किया गया है। स्थानीय नरकटियागंज के राजनितिक जानकारों का मानना है की अगर आने वाले दिनों में रानी तिवारी कांग्रेस के खिलाफ कोई राजनितिक कदम उठाती है तो यह कांग्रेस के लिये बहुत बड़ा नुकसान साबित होगा।