बेनीपट्टी(मधुबनी)।कन्हैया मिश्रा:भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक का पर्व रक्षाबंधन दोपहर के 2 बजे के बाद बडे ही धूमधाम से मनाया जा रहा है।सावन के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाये जाने वाला पर्व भद्रा के कारण लगातार तीसरे वर्ष सुबह में नहीं मनाया गया।दोपहर के बाद सभी बहनों ने सुबह से ही मीठा का इंतजार कर रहे भाईयों के कलाई पर रंगबिरंगी राखी बांधकर भाई का मुंह मीठा कराने का जो सिलसिला शुरु हुआ,वो देर शाम तक जारी है।भद्रा में कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किया जाता है।गृह प्रवेश,यात्रा,विवाह,मुंडन व रक्षाबंधन जैसे पर्व भद्रा में नहीं मनाया जाता है।पंडितो के अनुसार रक्षाबंधन के लिए सबसे उपयुक्त समय दोपहर के 1:51 से शाम के 4:15 तक बताया गया है।