नागपुर: मुंबई हमला के आरोपी याकूब मेमन को फांसी दे दी गयी है।जेल सूत्रों से आ रही खबरों के अनुसार नागपुर सेंट्रल जेल में भारी सुरक्षा के बीच आतंकी याकूब मेमन को फांसी दे दी गयी है।देर रात राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी के द्वारा दया याचिका को ठुकराने के बाद वकिलो के द्वारा नया दांव खेलते हुए प्रशांत भूषण सहित कई वकिलों ने उसे बचाने के लिए मुख्य न्यायधीश एचएल दत्तू के घर जा पहुंचे।सुप्रीम कोर्ट के फैसले को आधार बनाते हुए दया याचिका के खारिज होने के 14 दिन बाद फांसी दिये जाने की बात कहकर फांसी रुकवाने की अपील की।याकूब के फांसी रोकवाने के लिए वकिलों ने ढाई बजे सुप्रीम कोर्ट खुलवाया।कोर्ट न.4 में तीन जज जस्टिस दीपक मिश्रा,जे ए राॅय व जेपी पंत की बेंच ने मामले की सुनवाई की।याकूब के पक्ष के वकील ने याकूब के पक्ष में छह दलीलें पेश की।इस दौरान अटाॅर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने सरकार का पक्ष बहुत ही मजबूती के साथ रखा।लगभग एक घंटे के बहस के बाद जस्टिस दीपक मिश्रा ने याकूब के फांसी को बरकरार रखा।बुद्धवार को ढाई बजे कोर्ट खुला ओर सुबह के पांच बजे कोर्ट ने फैसला पर पुनः मुहर लगाते हुए अपना फैसला सुना दिया।नागपुर जेल में फांसी की तैयारी पूरी हो चुकी थी।याकूब को सुबह के साढे छह बजे फांसी दे दी गयी है।इससे पहले याकूब को नहला कर धार्मिक पुस्तके पढने को दी गयी ,फिर नये कपउे पहनने को भी दिये गये।जानकारी के अनुसार नागपुर जेल में याकूब के परिजन पहुंच चुके है।बता दें कि आज के ही दिन याकूब मेमन ने जन्म लिया था।आज उसका 55 वां जन्मदिन था।उधर सूत्रों कि माने तो याकूब का शव उसके परिवार वालों को दिन के ढाई बज दी जायेगी।