बेनीपट्टी(मधुबनी)। कन्हैया मिश्रा: लोंगो को खासकर गरीबों को सुगम व सही न्याय मिले,इससे बेहतर कुछ भी नहीं हो सकता है।मिथिला व मैथिली की अब अलग ही पहचान बनती जा रही है।ये भाषा वाकई मिठास पैदा करने वाली है। बिहार के मुख्य न्यायाधीश एल नरसिम्हा रेड्डी ने बेनीपट्टी व्यवहार न्यायालय के उद्घाटन के मौके पर उपस्थित अधिवक्ताओं व आमजनों को संबोधित करते हुए कहा।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि आज के युग में अस्पताल और कोर्ट जितना समीप हो,उतना ही अच्छा है।मुख्य न्यायाधीश ने लोंगो को संबोधित कर लगभग 22 वर्षो से उद्घाटन का इंतजार कर रहे व्यवहार न्यायालय का फिता काटकर विधिवत् उद्घाटन किया।वहीं मुख्य न्यायाधीश के साथ आये निरीक्षी न्यायामूर्ति अमरेश कुमार लाल ने कहा कि वे गत दिनों जब कोर्ट का निरीक्षण करने आये थे,तब ही उन्होंने कोर्ट का चालू करने के लिए सकारात्मक प्रयास करने की बात कहीं थी।आज कोर्ट के चालू होने से उन्हें बेहद खुशी मिल रही है।इससे पूर्व मुख्य न्यायाधीश के आगमन को लेकर पूरे अनुमंडल परिसर सहित बाहरी स्थलों पर पुलिस की विशेष चैकसी का प्रबंध था। मुख्य न्यायाधीश के आगमन पर पुलिस बलो के द्वारा उन्हें गॉड ऑफ़ ऑनर की सलामी दी गई।उपरांत एसएस ज्ञान भारती के स्कूली बच्चों ने स्वागत गान गाकर मिथिला की धरती पर मुख्य न्यायाधीश का स्वागत किया।उद्घाटन समारोह में मुख्य न्यायाधीश के अलावे विधि विभाग के सचिव एके जैन, पटना उच्च न्यायालय के न्यायामूर्ति दिनेश कुमार सिंह, पटना उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार विनोद कुमार सिन्हा,डीजे कमलदेव सिंह व अधिवक्ता संघ के कार्यकारी अध्यक्ष राजकुमार वर्मा ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम का समापन जिलाधिकारी गिरिवर दयाल सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन देकर किया।