उगना महादेव (भवानीपुर)
ई मंदिर मधुबनी के पंडौल के समीप भवानीपुर गांव (उगना हाल्ट स्टेशन ) में अवस्थित अछि | ई मंदिर सं जुरल एकटा रोचक आ सत्य कथा अछि | विद्यापति ,जे महादेव के बहुत पैघ भक्त सेहो छलाह , के भक्ति और भजन स प्रसन्न भअ स्वयं महादेव , नौकरक रूप लअ ; उगना के नाम सअ ,विद्यापतिक चाकरी में लागी गेला !ओ हुनकर सब काज करथिन हुनका पूजक लेल फूल और बेलपत्र तोरी क आनैथ बरद के चरबैथ सब चाकरी करैत और राइत में सुत्बा काल में हुनकर पैर सेहो दबबैथ (धन्य ओ विद्यापति जिनक पैर देवक देव महादेव दबबैथ)!एक बेर विद्यापति , उगना संग जंगल स गुजरैत छलाह , हुनका बहुत प्यास लगलैन्ह ! उगना के जखन कतहु जल नै भेटलैन्ह ,त हारि क अपन असली रूप में आबि जटा स गंगाजल निकालि , विद्यापति के देलाह ! स्वाद पहचानि विद्यापति जिद केलाह कि, बता उगना , जंगल में गंगाजल कहाँ स अनलाय ! महादेव के असली रूप देखाबय परलैन्ह !
ओ स्थान जाहि ठाम देवक देव महादेव, विद्यापति के अपन असली रूपक दर्शन देने छलखिन , ओहि ठाम "बाबा उगना" के मंदिर छैन और ओहिमे शिवलिंग अंकुरित छई ! अहि मंदिरक परिसर में ओ स्थान सेहो अछि जाहि ठाम महादेव अपना जटा स गंगाजल निकलने छलाह और आइ ओ इनारक रूप में अछि जेकरा "चंद्रकूप " के नाम स जानल जैत छई और एखनो ओकर जल शुद्ध गंगाजल छई, जे लैब टेस्टेड छाई !हर हर महादेव !
Follow @BjBikash
ई मंदिर मधुबनी के पंडौल के समीप भवानीपुर गांव (उगना हाल्ट स्टेशन ) में अवस्थित अछि | ई मंदिर सं जुरल एकटा रोचक आ सत्य कथा अछि | विद्यापति ,जे महादेव के बहुत पैघ भक्त सेहो छलाह , के भक्ति और भजन स प्रसन्न भअ स्वयं महादेव , नौकरक रूप लअ ; उगना के नाम सअ ,विद्यापतिक चाकरी में लागी गेला !ओ हुनकर सब काज करथिन हुनका पूजक लेल फूल और बेलपत्र तोरी क आनैथ बरद के चरबैथ सब चाकरी करैत और राइत में सुत्बा काल में हुनकर पैर सेहो दबबैथ (धन्य ओ विद्यापति जिनक पैर देवक देव महादेव दबबैथ)!एक बेर विद्यापति , उगना संग जंगल स गुजरैत छलाह , हुनका बहुत प्यास लगलैन्ह ! उगना के जखन कतहु जल नै भेटलैन्ह ,त हारि क अपन असली रूप में आबि जटा स गंगाजल निकालि , विद्यापति के देलाह ! स्वाद पहचानि विद्यापति जिद केलाह कि, बता उगना , जंगल में गंगाजल कहाँ स अनलाय ! महादेव के असली रूप देखाबय परलैन्ह !
ओ स्थान जाहि ठाम देवक देव महादेव, विद्यापति के अपन असली रूपक दर्शन देने छलखिन , ओहि ठाम "बाबा उगना" के मंदिर छैन और ओहिमे शिवलिंग अंकुरित छई ! अहि मंदिरक परिसर में ओ स्थान सेहो अछि जाहि ठाम महादेव अपना जटा स गंगाजल निकलने छलाह और आइ ओ इनारक रूप में अछि जेकरा "चंद्रकूप " के नाम स जानल जैत छई और एखनो ओकर जल शुद्ध गंगाजल छई, जे लैब टेस्टेड छाई !हर हर महादेव !