बेनीपट्टी (मधुबनी)। 35 वर्ष पूर्व अनुमंडल का दर्जा प्राप्त बेनीपट्टी बाजार का अतिक्रमण के कारण समुचित विकास नहीं हो रहा है।स्थानीय प्रशासन के निष्क्रियता के कारण अतिक्रमणकारी सार्वजनिक यात्री शेड के साथ वर्षों पूर्व अतिक्रमणमुक्त हो चुकी शहीद भवन के साथ पूरे बाजार के दोनों किनारों के सड़क के भागों को अतिक्रमण कर चुके है।जिसके कारण आये दिन समस्याओं के मकड़जाल में लोग फंस रहे है। अतिक्रमण का आलम ये है कि किसी बाहरी के द्वारा कुछ कहने पर अतिक्रमणकारी वैसे बाहरी के साथ मारपीट करने से भी गुरेज नहीं करते है। सबसे अधिक अतिक्रमण की भयावह स्थिति बेहटा हाट के समीप है।जहां के फल दुकानदार अपने दुकान में फल रखने के बजाय सड़क के किनारे अस्थाई ठेला पर फल रखकर बिक्री करते है। फलस्वरुप उक्त स्थल पर सप्ताह के दो दिन पैर रखने की भी जगह नहीं होती है,ऐसे में भारी वाहन के प्रवेश कर जाने से स्थिति ओर भी दुखदायी हो जाता है।हैरत है कि उक्त पथ से अनुमंडल स्तर के पदाधिकारी रोजाना आवाजाही करते है।बावजूद नासूर बन चुकी अतिक्रमण पर उनका ध्यान नहीं जा रहा है। गौरतलब है कि गत कुछ वर्ष पूर्व बेनीपट्टी के तत्कालीन आईएएस एसडीएम राजेश मीणा बुजेटा व एसडीपीओ राजेश कुमार सिंह प्रभाकर ने अतिक्रमण के समस्या को निदान करने के लिए पहल करते हुए सर्वदलिय व स्थानीय बुद्धिजीवियों के साथ बैठक कर अतिक्रमणकारियों के खिलाफ मुहिम शुरु कर पूरे बाजार को संसारी चौक तक खाली करा दिया था।जिसका प्रभाव उनके तबादले होने तक देखने को मिली। क्या कहते है जनप्रतिनिधि व बुद्धिजीवि जिला परिषद् सदस्य खुशबू कुमारी ने बेनीपट्टी के अतिक्रमण पर अंचल प्रशासन को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि बाजार में हो रही अतिक्रमण प्रशासन के नाकामी के कारण हो रही है।प्रशासन ऐसे तत्वों के खिलाफ काररवाई करें, आम अवाम प्रशासन के साथ रहेगी। वहीं समाजसेवी विजय कुमार झा ने बताया कि अतिक्रमण के कारण बेनीपट्टी बाजार में नाला का निर्माण नहीं हो पाया। अतिक्रमण किसी भी बाजार को सत्यानाश करने के लिए काफी है।प्रशासन ऐसे लोगों पर काररवाई करें। वहीं लोहिया चौक के समीप पान दुकान कर रहे जितेन्द्र झा ने बेबाक टिप्पणी करते हुए कहा कि अतिक्रमण पर प्रशासन को बिना भेदभाव काररवाई करनी चाहिए। बाजार के अतिक्रमणमुक्त होने पर बाजार का समुचित विकास संभव है। इस संबंध में बेनीपट्टी अंचलाधिकारी पुरेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि पर्व के समापन के उपरांत अब अतिक्रमण पर काररवाई की जायेगी।शेड के आगे अतिक्रमण किये दुकानदारों को छठ के बाद खाली करने का निर्देश दिया गया था।जल्द ही उक्त स्थल के साथ अन्य अतिक्रमित जगहों को खाली कराया जायेगा।