बलिराज गढ़, मधुबनी
मिथिला के गौरवपूर्ण इतिहास के प्रमाण "बलिराज गढ़", मधुबनी सअ 34 किलोमीटर दूर, लौकहा सड़क स्थित अछि !भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीन इ प्रचीन किला, एक टा भग्नावशेष अछि, जे करीब 365 बीघा में फईलल अछि ! पहिल बेर अहि ठाम खुदाई 1976 में भेल ! अकर उत्तर में खोजपुर, दक्षिण में बगौल, पूरब में फुलबरिया और पश्चिम में रमणीपट्टी गांव अछि । किला के दीवार अतेक मोट अछि,कि रथ आराम सअ गुजरि सके !अहि ठाम खुदाई में मौर्यकालीन सिक्का , मृदभांड और बहुत सामान निकलल अछि , लेकिन पूरा खुदाई नई भेलाक कारण ,अहि में इतिहास के वहुमूल्य खजाना और ऐतिहासिक धरोहर छुपल अछि । किला में एक टा पोखैर आ एक टा इनार सेहो अछि ,जाहि में सुरंग बनल अछि ! एक टा धारणा इहो अछि ,कि बलिराज गढ़ मिथिला के राजधानी रहल हायत , कियाक तअ जनकपुर के अधिकतर ईमारत नया अछि ! अकर आस पास के गाम के नाम सेहो ऐतिहासिक अछि ,जाहि सअ अहि बात के बल भेटैत अछि !किछ लोक अकरा राक्षस राज बाली के किला बुझैत छैथ , तअ किछ लोक मानैत छैथ ,कि पांडव अप्पन अज्ञातवास में किछु समय अहु ठाम रहल छलैथ !
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मिथिला के गौरवपूर्ण इतिहास के प्रमाण "बलिराज गढ़", मधुबनी सअ 34 किलोमीटर दूर, लौकहा सड़क स्थित अछि !भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीन इ प्रचीन किला, एक टा भग्नावशेष अछि, जे करीब 365 बीघा में फईलल अछि ! पहिल बेर अहि ठाम खुदाई 1976 में भेल ! अकर उत्तर में खोजपुर, दक्षिण में बगौल, पूरब में फुलबरिया और पश्चिम में रमणीपट्टी गांव अछि । किला के दीवार अतेक मोट अछि,कि रथ आराम सअ गुजरि सके !अहि ठाम खुदाई में मौर्यकालीन सिक्का , मृदभांड और बहुत सामान निकलल अछि , लेकिन पूरा खुदाई नई भेलाक कारण ,अहि में इतिहास के वहुमूल्य खजाना और ऐतिहासिक धरोहर छुपल अछि । किला में एक टा पोखैर आ एक टा इनार सेहो अछि ,जाहि में सुरंग बनल अछि ! एक टा धारणा इहो अछि ,कि बलिराज गढ़ मिथिला के राजधानी रहल हायत , कियाक तअ जनकपुर के अधिकतर ईमारत नया अछि ! अकर आस पास के गाम के नाम सेहो ऐतिहासिक अछि ,जाहि सअ अहि बात के बल भेटैत अछि !किछ लोक अकरा राक्षस राज बाली के किला बुझैत छैथ , तअ किछ लोक मानैत छैथ ,कि पांडव अप्पन अज्ञातवास में किछु समय अहु ठाम रहल छलैथ !