बेनीपट्टी(मधुबनी)। कन्हैया मिश्रा : बेनीपट्टी बसैठ के सुंदरपुर में हुई भयानक बस दुर्घटना के मामले में प्रशासन की संवेदनहीनता साफ तौर पर देखने को मिली।बस दुर्घटना के में करीब पचास लोगों के मारे जाने की सूचना मिलने के बाद भी प्रशासन घंटो तक क्रेन की व्यवस्था नहीं कर पायी।बस तालाब में करीब तीन से चार घंटा तक पुरी तरह डूबी रही,जिसके कारण मृतकों की संख्या में इजाफा होना तय माना जा रहा है।फिलहाल जिला प्रशासन ने उक्त मामले में प्रशासन द्वारा समाचार लिखे जाने तक 16 के मारे जाने की पुष्टि की है। जबकि घटना में अधिक लोगों की मौत हुई है। कुछ लोग पोस्टमार्टम नहीं कराने को लेकर शव को लेकर चले गये है। डीएम गिरिवर दयाल सिंह ने बताया कि सभी मृतक के परिजनों को अनुग्रह की राशि देने की प्रक्रिया शुरु कर दी गयी है। उधर प्रशासन के बदइंतजामी से नाराज लोगों के भींड़ में शामिल बबालियों ने अपने मंसूबे जमकर कामयाब किया। दो बार आक्रोशित भीड़ में शामिल बबालियों ने एसडीपीओ निर्मला कुमारी, एसआई हरेंद्र सिंह के साथ धक्का-मुक्की कर वापस होने पर मजबूर कर दिया। उधर स्थल पर पहुंचे जिले के वरीय अधिकारी के पहुंचते ही तालाब के किनारे उपस्थित लोगों पर कथित लाठीचार्ज से नाराज लोगों ने डीएम व एसपी सहित अन्य प्रशासनिक पदाधिकारियों को दो किमी तक खदेड़-खदेड़ कर पथराब किया। इस दौरान पुरी व्यवस्था भीड़ तंत्र के हवाले हो गयी थी। वहीं कुछ लोगों का कहना था कि पुलिस सिर्फ तमाशा देखने के लिए आयी थी। उधर मृतक के कई परिजनों से प्रशासनिक व्यवस्था पर नाराजगी प्रकट करते हुए बताया कि घटनास्थल पर तुरंत क्रेन के आने से मृतकों की संख्या अधिक नहीं होती। समाचार प्रेषण तक मौके पर कमिश्नर राजीव कुमार खंडेलवाल, आईजी उमाशंकर सुधांशु, डीआईजी डा. सुक्कन पासवान, डीएम गिरिवर दयाल सिंह,एसपी दीपक बर्णवाल, सदर एसडीएम शाहिद प्रवेज, सदर एसडीपीओ कुमार इंद्रप्रकाश सहित अनुमंडल प्रशासन कैंप कर रही है। लोगों ने कमिश्नर से लाठीचार्ज के घटना की जांच व मृतकों के परिजनों को अधिक मुआवजे की मांग की है।