1 जुलाई सोमवार को चिकित्सक दिवस के अवसर पर पटना के पालीका विनायक हॉस्पिटल में रोटरी क्लब ऑफ़ पटना आर्यन्स के संयोजन में रक्तदान शिविर का आयोजन हुआ। जिसमें बिहार के करीब 85 चिकित्सक व चिकित्सा कर्मियों ने रक्तदान किया।
रक्तदान शिविर का उद्घाटन बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने किया। जिन्हें भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक व पालीका विनायक हॉस्पिटल के निदेशक डॉ बी झा मृणाल ने पाग डोपटा व पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया।
इस मौके पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने इस आयोजन के लिए पालीका विनायक हॉस्पिटल, रोटरी क्लब पटना आर्यन्स की प्रशंसा की। इस दौरान संबोधन करते हुए समाज में चिकित्सकों की भूमिका को सराहा। उन्होंने कहा कि एक बेहतर समाज की परिकल्पना बिना स्वस्थ्य रहे व बिना चिकित्सकों के नहीं की जा सकती है। इस दिशा में आप सभी आगे बढ़ रहे हैं, साथ ही रक्तदान के लिए आगे आ रहे हैं यह प्रेरणादायक व सराहनीय कदम है। आगे उन्होंने कहा कि रक्त दान करने से शरीर में किसी भी प्रकार का नकारात्मक असर नहीं पड़ता है, बल्कि इससे शरीर में नई उर्जा का संचार होता है और स्फूर्ति बनी रहती है। रक्त दान करना पुण्य का कार्य है। इसलिये सभी को रक्त दान करना चाहिए।
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वहीं इस मौके पर रक्तदान करते हुए बिहार भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ के संयोजक डॉ बी झा मृणाल ने बताया कि आधुनिकता के इस युग में भी खून का कोई विकल्प नहीं है। ऐसे में एक रक्तदान किसी की जीवन की रक्षा कर सकता है। हर जागरूक नागरिक को रक्तदान करना चाहिए। इससे कमजोरी नहीं आती है बल्कि रक्तदान से शरीर में रक्त निर्माण की प्रकिया में गति मिलती है। रक्त दान करने से दिल की सेहत में सुधार, दिल की बीमारियों और स्ट्रोक के खतरे को कम माना जाता है।
खून में आयरन की ज्यादा मात्रा दिल के दौरे के खतरे को बढ़ा सकती है। नियमित रूप से रक्तदान करने से आयरन की अतिरिक्त मात्रा नियंत्रित हो जाती है। जो दिल की सेहत के लिए अच्छी है। उन्होंने बताया कि कई बार मरीजों के शरीर में खून की मात्रा इतनी कम हो जाती है कि उन्हें किसी और व्यक्ति से ब्लड लेने की आवश्यकता पड़ जाती है। ऐसी ही इमरजेंसी स्थिति में खून की आपूर्ति के लिए लोगों को रक्तदान करने के लिए आगे आना चाहिए। इससे जरुरत मंद की मदद हो सकेगी।
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कार्यक्रम में पटना एम्स, आईजीएमएस, ईएसआई हॉस्पिटल बीहटा, पीएमसीएच एवं एनएमसीएच के साथ बिहार के कई चिकित्सक व कर्मियों ने इसमें भाग लिया। जहां विशिष्ट अतिथि के तौर पर आईजीएमएस के पूर्व डायरेक्टर डॉ प्रो एके सिंह, डॉ किशोर झुनझुनवाला, डॉ भावना झा, डॉ आशीष कुमार झा, डॉ प्रशांत, डॉ मैत्रयी, डॉ प्रिय रंजन, डॉ यादवेश, न्यूरोसर्जन डॉ हिमांशु, नेफ्रोलॉजिस्ट डॉ आरके झा, डॉ एसके ठाकुर मौजूद रहे।
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